नवजात शिशु की त्वचा बहुत ही नाजुक और कोमल होती है जिसको जरूरत होती है सौम्य स्पर्श की और अच्छी देखभाल की इसके लिए हम लोग मालिश को बच्चों के रूटीन में शामिल करते है ज्यादातर लोग अपने शिशुओं की मालिश करते है इसके कई फायदे भी होते हैं। बच्चे तो बच्चे बड़े भी मालिश करवा अचेत है क्योंकि इससे शरीर की थकना कोंखतम होने में आराम मिलता है। मालिश के दौरान होने वाला स्पर्श बच्चे और मां के बीच बॉन्डिंग बनाने में मदद करता है मालिश से शिशु के शरीर में काफी आराम मिलता है। गर्भावस्था के दौरान मां को भी मालिश करनी चाहिए क्यूंकि यह आपको मानसिक और शारीरिक दोनो ही स्थिति के लिए उपयोगी होता है। मां की तनाव से मुक्त करती है साथ ही आपके शिशु के लिए भी मालिश की आवश्यकता होती है।
- जब भी हम बच्चे की मालिश करते है तो इस से बच्चे कीमाँसपेशियों को आराम मिलता है।
- आपको बता दे की अगर आप नियमित मसाज करते हुए हमारे शिशु की हड्डी मजबूत होती है. बच्चों की मालिश करते समय हम हल्के हाथों से बच्चों की स्ट्रेचिंग भी करते है।
- अगर आप मालिश करते है तो इस से शिशु के शरीर में रक्त का प्रवाह अच्छा होता है और शरीर की वृद्धि निरंतर बिना किसी रुकावट के होती है. बच्चे छोटे होते हैं तो रक्त का प्रवाह नहीं होता है तो इस वृद्धि भी प्रभावित होती है।
- मालिश का कोई विशेष मौसम नहीं होता है। यह हर मौसम में की जा सकती है। गर्मियों में दिन में दो बार तथा सर्दियों में तीन बार मालिश करना उचित रहता है।
- मालिश करते समय बच्चे के पेट पर भी हल्के हाथों से मालिश की जाती है. इससे शिशु का पाचन भी दुरुस्त रहता है और उन्हें गैस की समस्या से भी आराम मिलता है.
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