मन्ना डे का अद्भुत सफर: पहलवानी से गायकी तक

आप सोच भी नहीं सकते कि एक शख्स जो राष्ट्रीय स्तर का पहलवान था, और साथ ही एक प्रोफेशनल पतंगबाज भी, वो एक दिन शास्त्रीय संगीत और मधुर तान के खिलाड़ी कैसे बन गया। यह चमत्कार हुआ और यह चमत्कार करने वाले कोई और नहीं, बल्कि महान गायक मन्ना डे थे। कला की साधना में उनका योगदान अनमोल था। जब मन्ना डे मुंबई आए थे, उस वक्त बॉलीवुड में रफी, मुकेश और तलत महमूद जैसे गायकों का जादू था। ऐसे में मन्ना डे और महेंद्र कपूर जैसे गायकों के लिए अपना स्थान बनाना आसान नहीं था, क्योंकि उनकी आवाज पर्दे के रोमांटिक हीरो के लिए फिट नहीं मानी जाती थी। फिर भी मन्ना डे ने खुद को साबित किया और संगीत की दुनिया में एक अलग मुकाम हासिल किया।

मन्ना डे ने कभी किसी से चुनौती नहीं दी, न ही किसी को चुनौती दी। उनकी और मोहम्मद रफी की गहरी दोस्ती थी और दोनों के बीच पतंगबाजी के किस्से खूब मशहूर थे। इसके साथ ही मन्ना डे ने अपनी आत्मकथा में पहलवानी और गायकी से जुड़ी अपनी यात्रा को विस्तार से लिखा है, जो काफी प्रेरणादायक है।

पहलवानी से गायक बनने तक का सफर
मन्ना डे ने अपनी आत्मकथा “जिबोनेर जलसाघोरे” (Memories Come Alive: An Autobiography) में बताया कि कैसे उन्होंने पहलवानी करते हुए शास्त्रीय संगीत की दुनिया में कदम रखा। उनका चाचा केसी डे, जो खुद एक प्रसिद्ध गायक और संगीतकार थे, ने उन्हें संगीत की शिक्षा दी। वहीं, उनका एक और मित्र गौरव बाबू जो एक पहलवान थे, मन्ना डे को अखाड़े में भेजते थे और कुश्ती की ट्रेनिंग दिलवाते थे। मन्ना डे ने अपनी आत्मकथा में यह भी लिखा कि वह पहलवानी केवल आत्मरक्षा के लिए सीख रहे थे, लेकिन इसके बावजूद वह राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भी भाग लेते थे।

पतंगबाजी का शौक: मन्ना डे और रफी की दोस्ती
मन्ना डे और मोहम्मद रफी की दोस्ती बहुत मशहूर थी, और इन दोनों के बीच एक खास शौक था – पतंगबाजी। दोनों गायक मुंबई के बांद्रा इलाके में एक-दूसरे के पास रहते थे और अक्सर अपनी छतों पर पतंग उड़ाया करते थे। मन्ना डे अपनी पतंगबाजी में बहुत माहिर थे और रफी साहब की पतंग अक्सर काट देते थे। रफी साहब मन्ना डे से मजाक करते हुए कहते थे, “आपके पास जादू-टोना है क्या?” इस पर मन्ना डे हंसी मजाक में कहते थे कि वह बड़े पेशेवर पतंगबाज हैं और उन्होंने लखनऊ और अहमदाबाद से मजबूत मांझा मंगवाया था, जिससे उनकी पतंग हमेशा जीत जाती थी।

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