घर पर आसानी से बनाएं इम्यूनिटी बूस्टर आयुर्वेदिक काढ़ा, बीमारी रहेगी दूर

इम्यूनिटी बढ़ाना बेहद जरूरी होता है। आयुर्वेद में कई ऐसे नुस्खे दिए गए हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं और शरीर को गर्म रखते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही आयुर्वेदिक काढ़े के बारे में जिन्हें आप घर पर आसानी से बना सकते हैं।

काढ़े बनाने के लिए आवश्यक सामग्री:

  • अदरक: अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
  • तुलसी: तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं जो सर्दी-खांसी से बचाते हैं।
  • काली मिर्च: काली मिर्च में पाइपरीन होता है जो इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
  • दालचीनी: दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को गर्म रखते हैं।
  • लौंग: लौंग में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो सर्दी-खांसी से बचाते हैं।
  • शहद: शहद में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं।

काढ़ा बनाने की विधि:

  1. एक पैन में पानी लें।
  2. इसमें अदरक के टुकड़े, तुलसी के पत्ते, काली मिर्च, दालचीनी और लौंग डालें।
  3. इसे उबाल लें जब तक कि पानी आधा न रह जाए।
  4. गैस बंद कर दें और इसे कुछ देर ठंडा होने दें।
  5. इसमें शहद मिलाएं और गर्म-गर्म पिएं।

अन्य सामग्रियां जो आप काढ़े में मिला सकते हैं:

  • मुलेठी: मुलेठी गले की खराश और खांसी में लाभदायक होती है।
  • आंवला: आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है जो इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
  • हल्दी: हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सर्दी-खांसी से बचाते हैं।

काढ़ा पीने के फायदे:

  • इम्यूनिटी बढ़ाता है: यह काढ़ा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
  • सर्दी-खांसी से बचाता है: इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण सर्दी-खांसी से बचाते हैं।
  • शरीर को गर्म रखता है: यह काढ़ा शरीर को गर्म रखता है और सर्दी से बचाता है।
  • पाचन को दुरुस्त करता है: यह काढ़ा पाचन को दुरुस्त करता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है।

सावधानियां:

  • अगर आपको किसी भी जड़ी-बूटी से एलर्जी है तो इसका सेवन न करें।
  • गर्भवती महिलाओं और बच्चों को डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका सेवन करना चाहिए।
  • अगर आप कोई दवा ले रहे हैं तो इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

ध्यान दें: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और किसी भी चिकित्सा सलाह के विकल्प के रूप में नहीं ली जानी चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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