महाकुंभ 2025: भगदड़ के बाद कैसे संभाला गया करोड़ों की भीड़? CM योगी ने किया खुलासा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) और भारतीय डाक सेवा के अधिकारियों के साथ महाकुंभ 2025 की तैयारियों और आयोजन की चुनौतियों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने 29 जनवरी को हुई भगदड़ का भी जिक्र किया और बताया कि कैसे तुरंत लिए गए फैसलों से स्थिति को संभाला गया।

66 करोड़ श्रद्धालु, 4 महीने की पुलिस ट्रेनिंग
CM योगी ने कहा कि महाकुंभ में 66 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस कर्मियों को खासतौर पर प्रशिक्षित किया गया। चार महीने तक पुलिस की काउंसलिंग की गई और उनके लिए विशेष पाठ्यक्रम तैयार किए गए। योगी ने कहा, “कल्पना कीजिए, जिसने कभी इतना नहीं चला हो, उसे 10 किमी पैदल चलना पड़े तो वह क्रोधित हो सकता है, लेकिन पुलिस को धैर्य और संयम रखना सिखाया गया।”

भगदड़ के बाद तुरंत लिया एक्शन, बना ग्रीन कॉरिडोर
CM योगी ने कहा कि 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के दौरान भगदड़ मच गई। लेकिन श्रद्धालुओं ने सहयोग किया और घायलों के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया ताकि उन्हें समय पर इलाज मिल सके। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन श्रद्धालुओं को 24-36 घंटे तक आसपास के इलाकों में रोकने के लिए पूरी तरह तैयार था।

‘संतों को स्नान स्थगित करने को कहा, ताकि हालात न बिगड़ें’
CM योगी ने कहा कि भगदड़ के तुरंत बाद उन्होंने सभी अखाड़ों से सुबह 3 बजे ही स्नान स्थगित करने का अनुरोध किया। इस निर्णय से व्यापक स्तर पर अफरा-तफरी फैलने से बचा लिया गया। उन्होंने कहा, “हमने सुनिश्चित किया कि भगदड़ के बावजूद घायलों को तुरंत चिकित्सा सहायता मिले और स्थिति नियंत्रण में रहे।”

‘घटना को जरूरत से ज्यादा उजागर नहीं होने दिया’
CM योगी ने स्पष्ट किया कि सरकार ने इस घटना को जरूरत से ज्यादा प्रचारित नहीं होने दिया। उन्होंने कहा, “उस समय प्रयागराज और कुंभ मेला क्षेत्र में 8 करोड़ श्रद्धालु मौजूद थे। अगर ज्यादा हंगामा होता तो स्थिति और खराब हो सकती थी।”

कुंभ में भगदड़ से 30 की मौत, 60 घायल
मौनी अमावस्या के प्रमुख स्नान पर्व पर संगम घाट पर मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की जान चली गई, जबकि 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस तरह के आयोजनों में संतों के स्नान का क्रम तय करना बड़ी चुनौती होती है क्योंकि ऐतिहासिक रूप से इस मुद्दे पर विवाद होते रहे हैं।

‘कठिन समय में धैर्य और दृढ़ निर्णय जरूरी’
CM योगी ने कहा कि कठिन समय में प्रशासन और जनता दोनों को संयम और समझदारी दिखानी चाहिए। उन्होंने बताया कि “अधिकारियों ने भीड़ पर पूरी निगरानी रखी और दोपहर तक संगम क्षेत्र को खाली करवा लिया गया। स्नान दोपहर 2:30 बजे से फिर से शुरू हो गया।”

महाकुंभ जैसे विश्वस्तरीय आयोजनों में बड़ी चुनौतियां आती हैं, लेकिन संयम और सही रणनीति से स्थिति को काबू में रखा जा सकता है। महाकुंभ 2025 को सफल बनाने के लिए सरकार लगातार नई योजनाओं पर काम कर रही है और इस बार सुरक्षा और सुविधाओं को और मजबूत किया जाएगा।

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