प्रयागराज महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ मचने के बाद अब स्थिति नियंत्रण में है और स्नान फिर से शुरू हो गया है। सभी अखाड़ों के बीच सहमति बन गई है कि 13 अखाड़े 11 बजे के बाद स्नान करेंगे। इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि मां गंगा के जिस घाट के पास आप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। उन्होंने प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की भी अपील की और कहा कि व्यवस्था बनाने में सहयोग करें।
सीएम योगी की अपील और स्थिति की जानकारी
सीएम योगी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, “महाकुंभ-2025 में आए सभी श्रद्धालुओं से निवेदन है कि जिस घाट पर आप मौजूद हैं, वहीं स्नान करें। संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।” उन्होंने यह भी बताया कि सभी घाटों पर अब शांतिपूर्वक स्नान हो रहा है और किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की सलाह दी है।
सीएम ने कहा, “संगम के सभी घाटों पर स्नान जारी है और किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचें। श्रद्धालुओं के लिए कई घाट बनाए गए हैं, जहां सुविधाजनक रूप से स्नान किया जा सकता है।”
आध्यात्मिक गुरु और स्वामी की अपील
आध्यात्मिक गुरु देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, “मैं संगम घाट पर नहीं गया क्योंकि वहां बहुत ज्यादा भीड़ थी। मैंने गंगा के तट पर स्नान किया और सभी से अपील करता हूं कि संगम घाट पर स्नान करने की जिद न करें।” उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा कि वे जहां भी गंगा-जमना है, वहां स्नान करें और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें।
स्वामी रामभद्राचार्य ने भी श्रद्धालुओं से अपील की, “आज प्रयागराज में बहुत अधिक भीड़ है, इसलिए संगम जाने की जिद छोड़ दें। अपने पास वाले घाट पर स्नान करें और सुरक्षित रहें।”
संगम पर शांति से स्नान
महाकुंभ के बीच, अब संगम पर शांति से स्नान हो रहा है। श्रद्धालुओं ने जहां भी गंगा के तट पर स्नान किया, वहां उन्हें अमृत का अनुभव हो रहा है। एक महिला श्रद्धालु ने बताया कि वह 5 जनवरी से महाकुंभ में मौजूद हैं और आज संगम में 108 डुबकी लगाई। उन्होंने प्रशासन की सराहना करते हुए कहा कि कोई समस्या नहीं है और पुलिस भी उनकी मदद कर रही है।
महाकुंभ में स्नान का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है और श्रद्धालु अपनी आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।
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