वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के नतीजे का ऑडिट करने और उन्हें प्रमाणित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के इलेक्टोरल चैंबर में अपील दायर की है।
श्री मादुरो ने बुधवार को दायर की गयी अपनी अर्जी में सर्वोच्च न्यायालय से अनुरोध किया है कि वह संबंधित संस्थानों को बुलाए, ताकि सभी साक्ष्यों की तुलना की जा सके और उच्चतम तकनीकी स्तर के विशेषज्ञ की राय लेकर 28 जुलाई के चुनावी नतीजे को प्रमाणित किया जा सके।
वे देश की प्रथम महिला सिलिया फ्लोरेस, उपराष्ट्रपति डेल्सी रोड्रिग्ज, नेशनल असेंबली के अध्यक्ष जॉर्ज रोड्रिग्ज, अटॉर्नी जनरल रेनाल्डो मुनोज और विदेश मामलों के मंत्री इवान गिल के साथ अपने मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों के साथ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे।
न्यायालय से बाहर निकलने के बाद मीडिया को दिये बयान में श्री मादुरो ने कहा, “मैंने इलेक्टोरल चैंबर से कहा है कि मैं रविवार के चुनाव में विजयी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार एवं राष्ट्राध्यक्ष के रूप में इलेक्टोरल चैंबर द्वारा बुलाए जाने, पूछताछ किए जाने और जांच किए जाने के लिए तैयार हूं। मैं पेश हो रहा हूं, मैं न्याय के सामने समर्पण कर रहा हूं।” उन्होंने कहा कि मैं और मेरा साथ देने वाली ग्रेट पैट्रियटिक पोल और यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी ऑफ वेनेजुएला हमारे पास मौजूद 100 प्रतिशत चुनावी रिकॉर्ड पेश करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल चैंबर को प्रत्येक उम्मीदवार और राजनीतिक संगठन से यही उम्मीद करनी चाहिए।
गौरतलब है कि सोमवार को वेनेजुएला की राष्ट्रीय चुनाव परिषद ने श्री मादुरो को राष्ट्रपति चुनावों का विजेता घोषित किया। वे इस पद पर 2025 से 2031 तक रहेंगे और यह राष्ट्रपति के तौर पर उनका तीसरा कार्यकाल होगा।
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