गांठ, खांसी और दर्द? जानिए गले के कैंसर के लक्षण

बदलती जीवनशैली और गलत आदतों के चलते कैंसर के मामलों में तेज़ी से बढ़ोतरी हो रही है।
खासकर गले का कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसे शुरुआत में गंभीरता से न लिया जाए तो यह जानलेवा साबित हो सकता है।

गले का कैंसर दो प्रकार का होता है:

ग्रसनी कैंसर (Pharyngeal Cancer) – यह मुंह और नाक के पीछे वाले हिस्से में विकसित होता है।

स्वरयंत्र कैंसर (Laryngeal Cancer) – यह वॉइस बॉक्स यानी आवाज़ पैदा करने वाले हिस्से को प्रभावित करता है।

🔍 गले के कैंसर के शुरुआती लक्षण
गले का कैंसर अलग-अलग हिस्सों को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसके लक्षण भी कई बार अलग दिखते हैं।
हालांकि, कुछ सामान्य लक्षणों को पहचानकर समय रहते इलाज संभव है:

आवाज़ में बदलाव: अगर आपकी आवाज़ लगातार भारी, धीमी या कर्कश हो गई है और ठीक नहीं हो रही, तो सतर्क हो जाएं।

बोलने में कठिनाई: उच्चारण करने में दिक्कत होना भी गले के कैंसर का संकेत हो सकता है।

निगलने में परेशानी: खाना निगलते समय जलन, दर्द या गले में कुछ फंसने जैसा महसूस होना शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।

⚠️ एडवांस स्टेज के लक्षण – जब खतरा बढ़ने लगता है
जैसे-जैसे गले का कैंसर बढ़ता है, इसके लक्षण और गंभीर होते जाते हैं:

गर्दन पर गांठ: लिम्फ नोड्स में सूजन, जो कैंसर के फैलाव का संकेत हो सकता है।

तेज़ी से वजन घटना: खाने-पीने में तकलीफ़ के कारण शरीर में कमजोरी आने लगती है।

सांस लेने में दिक्कत: गले में ट्यूमर के कारण वायुमार्ग में रुकावट आती है।

❗ गले के कैंसर के अन्य संभावित संकेत:
लगातार खांसी, कभी-कभी खून के साथ

मुंह खोलने या जीभ हिलाने में कठिनाई

सफेद धब्बे – जीभ या गाल की परत पर

छाती में बार-बार संक्रमण

नाक से खून आना

सिरदर्द या कान में लगातार दर्द

सांसों से बदबू

🧠 भ्रम से बचें – समय पर पहचान है जरूरी
गले के कैंसर के लक्षण कई बार सामान्य संक्रमण या दूसरी बीमारियों जैसे लग सकते हैं, लेकिन अगर कोई लक्षण लंबे समय तक बना रहे, तो उसे नज़रअंदाज़ न करें।
समय पर डॉक्टर से सलाह लें और जांच कराएं।

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