जानिये क्यों फ्रांस के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा ओलंपिक

ओलंपिक 2024 गेम्स शुरू होने में अब महज तीन दिन शेष रह गए हैं और प्रशंसक इस महाआयोजन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन मेजबान देश फ्रांस के लिए यह आयोजन उम्मीद के मुताबिक नहीं हो रहा है। ओलंपिक जैसे आयोजन की मेजबानी करना अक्सर किसी भी देश के लिए पर्यटन को बढ़ावा देने के मामले में अच्छा होता है, जिससे उसे सीधे तौर पर वित्तीय लाभ होता है। लेकिन, फ्रांस के लिए पेरिस ओलंपिक घाटे का सौदा साबित होता दिख रहा है।

खेल संस्कृति है बेहद समृद्ध
फ्रांस एक ऐसा देश है जिसकी खेल संस्कृति बेहद समृद्ध है, खासकर फुटबॉल में। फ्रांस की फुटबॉल टीम दो बार की विश्व चैंपियन रही है। इसके अलावा भी अन्य कई खेलों में फ्रांस का दबदबा रहा है। उम्मीद थी कि ओलंपिक से देश को वित्तीय स्तर पर काफी फायदा होगा। लेकिन, सारे अनुमान गलत साबित हो रहे हैं।
फ्रांस की यात्रा करने से बच रहे पर्यटक
एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एयर फ्रांस को चालू तिमाही में 180 मिलियन यूरो यानि करीब 16.39 अरब रुपए का घाटा हो सकता है। माना जा रहा है कि पर्यटक इस दौरान फ्रांस की यात्रा करने से बच रहे हैं, क्योंकि अगले दो सप्ताह में यहां सामान्य से अधिक भीड़ होगी। एफिल टॉवर जैसे ऐतिहासिक पर्यटक स्थल के बावजूद लोगों की दिलचस्पी पेरिस घूमने में नहीं है।
पेरिस के लिए सबसे खराब सीजन
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के लिए यह ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिसके लिए 68,318 करोड़ रुपए का भारी भरकम खर्चा किया गया है। लेकिन एक रिपोर्ट के अनुसार यह पर्यटन के लिहाज से पेरिस के लिए सबसे खराब सीजन रहा है। होटल बुकिंग के आंकड़े बेहद निराशाजनक हैं। एक स्पोर्ट्स ट्रेवल फर्म के आंकड़ों के अनुसार पिछले दो ओलंपिक की तुलना में पेरिस में होटल्स की बुकिंग 80 फीसदी तक कम रही है। होटल्स के अपनी कीमतों में भारी कमी करने के बावजूद कोई फायदा नहीं मिला है।