जानिये राहुल गांधी के जम्मू-कश्मीर दौरे से क्यों गदगद हुए फारूक अब्दुल्ला

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होंगे. पहले चरण में 18 सितंबर, दूसरे चरण में 25 और तीसरे चरण में 1 अक्टूबर को मतदान होंगे. ऐसे में राहुल गांधी ने भी मिशन कश्मीर का आगाज कर दिया है. आज वह बनिहाल और अनंतनाग के डूरू विधानसभा सीट पर रैली करने वाले हैं. इसको लेकर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वो उनसे मिलने जा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने महबूबा मुफ्ती पर भी हमला बोला.

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मैं उनसे मिलने जा रहा हूं. कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच जो गठबंधन बना है, उसमें हम सफल होंगे. लोग समझते हैं कि हम अच्छा काम कर सकते हैं और लोगों को मुश्किलों से निकाल सकते हैं. यह गठबंधन हमारे पूरे देश के लिए एक बड़ी आवाज है. यह उन लोगों के मुंह पर तमाचा है, जो कहते हैं कि हम पाकिस्तानी हैं, खालिस्तानी हैं, मुझे उम्मीद है कि हिंदुस्तान के लोग समझेंगे कि हम चाहते हैं कि रियासत आगे तरक्की करे और मुश्किलों से बाहर आए.

उन्होंने आगे कहा कि मैंने पहली बार किसी रियासत को केंद्र शासित प्रदेश बनाते हुए देखा है. हमें इसे बदलना है और राज्य का दर्जा वापस लाना है और हम इसके लिए कोशिश कर रहे हैं. यह कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन की मजबूरी नहीं बल्कि जरूरत है. हमें सभी को साथ लेकर चलना है. इसके साथ ही उन्होंने महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं महबूबा मुफ्ती को कोई जवाब नहीं दूंगा. महबूबा का कुछ पता नहीं वह क्या बोलती हैं.

कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन को लेकर कहा जा रहा था कि दोनों पार्टियों ने यह गठबंधन मजबूरी में किया है लेकिन फारूक अब्दुल्ला ने इस बात से इंकार कर दिया और उन्होंने इस गठबंधन को मजबूरी नहीं जरूरत बताया. अब देखना होगा कि यह गठबंधन राज्य में क्या कमाल दिखाता है और सत्ता हासिल कर पाता है या नहीं?