पालक, हालांकि पोषक तत्वों से भरपूर होता है, किडनी स्टोन वाले लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इसमें ऑक्सालेट नामक पदार्थ होता है, जो किडनी स्टोन के निर्माण में योगदान कर सकता है।आज हम आपको बताएँगे किडनी स्टोन में पालक क्यों नहीं कहनी चाहिए।
जब शरीर में ऑक्सालेट का स्तर बढ़ जाता है, तो यह कैल्शियम के साथ मिलकर क्रिस्टल बनाता है, जो किडनी स्टोन बन जाते हैं।
पालक के अलावा, अन्य खाद्य पदार्थ जिनमें ऑक्सालेट की मात्रा अधिक होती है, उनमें शामिल हैं:
- चुकंदर
- चॉकलेट
- नट्स
- बीज
- सोया उत्पाद
- डार्क चॉकलेट
यदि आपको किडनी स्टोन की समस्या है, तो इन खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना या पूरी तरह से बंद करना सबसे अच्छा है।
इसके अलावा, आप किडनी स्टोन से बचने के लिए निम्न उपाय भी कर सकते हैं:
- पर्याप्त मात्रा में पानी पीना: रोजाना 8-10 गिलास पानी पीने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है और पेशाब में ऑक्सालेट की मात्रा कम होती है।
- कैल्शियम का सेवन संतुलित रखना: कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम न करें, लेकिन इनका सेवन ऑक्सालेट कम वाले खाद्य पदार्थों के साथ करें।
- फलों और सब्जियों का सेवन बढ़ाना: फल और सब्जियां विटामिन, खनिज और फाइबर का अच्छा स्रोत होते हैं, जो किडनी स्टोन के बनने से रोकने में मदद करते हैं।
- नमक का सेवन कम करना: अधिक नमक का सेवन किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ा सकता है।
- मांस का सेवन कम करना: लाल मांस का सेवन किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ा सकता है।
- शराब और कैफीन का सेवन कम करना: शराब और कैफीन मूत्रवर्धक होते हैं, जो शरीर से पानी को बाहर निकालते हैं और किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि किडनी स्टोन एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है।
यदि आपको लगता है कि आपको किडनी स्टोन हो सकता है, तो डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
अस्वीकरण:
यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए आपको हमेशा डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
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