जानिए गठिया रोग में क्या खाये और क्या नही और इससे निजात पाने का रामबाण इलाज

व्यक्ति के शरीर में ऐसे बहुत से जोड़ होते हैं जो दो या दो से अधिक हड्डियों को जोड़ने का कार्य करते हैं। यदि व्यक्ति के इन जोड़ों में समस्या उत्पन्न होने लगे यानी कि यदि इनमें दर्द रहने लगे तो व्यक्ति अपने रोजमर्रा के काम करने से भी लाचार हो जाता है।वही यदि जोड़ों के दर्द की इस समस्या को एक नाम दे दिया जाए तो वह गठिया बाई है जिसे अर्थराइटिस के नाम से भी जाना जाता है ।आज के समय में यह एक बहुत ही आम समस्या है जो हर दूसरे व्यक्ति में पाई जाती है ।आज हम आपको बताएँगे गठिया रोग की पहचान कैसे करें, होने के कारण,रोग के लक्षण और किन चीजों का सेवन ना करें ।

गठिया रोग की पहचान – (Diagnosis of arthritis)

इस समस्या से मात्र भारतीय ही नहीं बल्कि दूसरे देशों के लोग भी परेशान हैं। इंग्लिश में इसे आर्थराइटिस कहा जाता है। इस रोग में एक, एक से अधिक या फिर शरीर के संयुक्त जोड़ों में सूजन आ जाती है।वैसे यह रोग आम तौर पर वृद्धों में पाया जाता है लेकिन आज के दौर में मनुष्य की लाइफ स्टाइल और डाइट इतनी खराब हो गई है कि यह कुछ युवाओं में भी देखा जा रहा है।

  • पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा पाए जाने वाले इस रोग में घुटनों में दर्द और अकड़न उत्पन्न होती है। यह उन महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है जिनका वजन बहुत अधिक होता है।
  • गठिया बाई की शुरुआत शरीर के किसी भी जोड़ से हो सकती है और धीरे-धीरे यह पूरे शरीर के जोड़ों में भी फैल सकता है।
    गठिया बीमारी की सबसे बड़ी पहचान यह है कि जब भी व्यक्ति खड़ा होता है तो उसके एक या फिर एक से अधिक जोड़ों में अचानक से बहुत तेज दर्द होता है।
    अचानक से होने वाला यह दर्द रात के वक्त ज्यादा होता है और धीरे-धीरे यह बढ़ता ही चला जाता है।

गठिया बाई रोग होने के कारण – (Gathiya Bimari Rog ke Karan Hindi)

गठिया बाई होने का कोई एक निश्चित कारण नहीं है बल्कि यह बहुत से कारणों से उत्पन्न हो सकता है। इसको समझना बहुत ही आवश्यक है ।तो आइए इसके बारे में पूरी जानकारी देते हैं जिसमें हम आपको यह बताएंगे कि गठिया बाई रोग जिसे हम अर्थराइटिस के नाम से भी जानते हैं कि क्या कारण है ।

आइए हम आपको इन सभी कारणों के बारे में बताएं:-

  • मोटापे को भी गठिया बाई के एक कारण के रूप में देखा जाता है क्योंकि जब व्यक्ति का वजन बहुत ज्यादा होता है तो उसके शरीर के जोड़ अधिक वजन सहन नहीं कर पाते जिससे कि जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या बनने लगती है।
  • यदि परिवार के किसी एक सदस्य को गठिया बाई हो गई है तो यह बहुत हद तक संभव है कि परिवार के अन्य सदस्यों को भी इस समस्या से जूझना पड़े।
  • मानव शरीर के पतले, नर्म और लचीले टिशु के बारे में तो हम सभी जानते हैं जिसे कार्टिलेज कहा जाता है। जब व्यक्ति चलता है तो उसके शरीर के जोड़ों पर फर्क पड़ता है। ऐसे वक्त में कार्टिलेज हमारे शरीर के जोड़ों की रक्षा करता है, दरअसल यह चलने से पड़ने वाले शॉक और प्रेशर को अवशोषित कर देता है जिससे कि हमारे जोड़ों की रक्षा हो जाती है।
  • जब व्यक्ति के शरीर में कार्टिलेज की कमी हो जाती है तो वह कार्य करना कम कर देता है जिससे कि चलते वक्त हमारी हड्डियां एक दूसरे के साथ रगड़ने लगती है और यही गठिया बाई को जन्म देता है। इसी प्रकार धीरे धीरे समस्याएं उत्पन्न होने लगती है।

गठिया रोग के लक्षण – (Gathiya Rog ke Lakshan in Hindi)

ऊपर हमने गठिया रोग अथवा अर्थराइटिस के कारणों के बारे में पढ़ा जिसमें हमने यह जाना की गठिया अथवा अर्थराइटिस रोग होने के मुख्य कारण क्या है। अब हम एक नजर गठिया रोग के लक्षणों पर भी डालते हैं जिसमें हम यह बताएंगे कि वे क्या क्या लक्षण है जो यह सत्यापित करेंगे कि आप गठिया रोग से पीड़ित है।

आइए हम आपको आर्थराइटिस के लक्षणों के बारे में बताते है जो कि विभिन्न व्यक्ति में अलग अलग हो सकते है।

  • संयुक्त विकृति
  • दर्द
  • सूजन
  • कोमलता
  • लालपन
  • थकान
  • बुखार

 

गठिया के मरीज इन चीजों का ना करें सेवन

  • चावल

चावल में भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जो ब्लड शुगर को बढ़ाने के साथ-साथ शरीर में सूजन बढ़ा देता है।     जिसके कारण आपका गठिया रोग बढ़ सकता है। इसलिए सफेद चावल का सेवन बिल्कुल भी न करे।

  • आइसक्रीम
    आइसक्रीम में अधिक मात्रा में सैचुरेटेड फैट के साथ शुगर होता है। जो तेजी से शरीर में सूजन बढ़ा देता है।
  • रेड मीट

रेड और फ्राइड मीट में अधिक मात्रा में सैचुरेटेड फैट पाया जाता है। जो कोलेस्ट्राल के साथ-साथ आपका शुगर बढ़ा         सकता है। जो शरीर में सूजन बढ़ाकर अर्थराइटिस का कारण भी बन सकता है।

  • नमक
    अगर आप अपनी डाइट में अधिक नमक का सेवन करेंगे तो यह आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। जो ब्लड प्रेशर बढ़ाने के साथ थायराइड का कारण भी बन सकता है। इसके साथ ही जोड़ों में सूजन आ सकती हैं।
  • शुगर कैंडी
    अर्थराइटिस के मरीजों को भूलकर भी शुगर कैंडी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसका सेवन करने से आपका ब्लड शुगर तेजी से बढ़ जाता है। जिससे शरीर में सूजन भी आ जाती है।
  • दूध
    प्रोटीन और कैल्शियम सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है। लेकिन कई लोग ऐसे होते है जो प्रोटीन को आसानी से नहीं पचा सकते हैं। जिसके कारण जोड़ों में सूजन के साथ कई समस्याओं का सामना करते हैं। अगर आप भी इस लिस्ट में शामिल हैं तो इसकी बजाय आप ग्रीक योगर्ट का सेवन करे।
  • फ्राइड फूड
    फाइड फूड्स में अधिक मात्रा में ऑयल होता है जो गठिया रोग का कारण बन सकता है। क्योंकि इस तेल में अधिक मात्रा में ओमेगा 6 होता है जो ओमेगा 3 फैटी एसिड का संतुलन बिगाड़ देते है। जिससे शरीर में सूजन बढ़ जाती है।
  • मैदा
    द जर्नल ऑफ न्यूट्रीशन में एक अध्ययन के अनुसार, मैदा ओमेगा -3 फैटी एसिड के संतुलन को बिगाड़ देता है जिससे शरीर में सूजन आ जाती हैं। आपको बता दें कि ओमेगा 3 हद्य रोग, डायबिटीज जैसे रोगों का रोकथाम करने के साथ आपके दिमाग को तेज बनाती है।
  • फ्रिज में रखा हुआ खाना
    फ्रिज में रखा हुआ खाना नहीं खाना चाहिए। इससे आपके शरीर में सूजन बढ़ सकती हैं। जो गठिया का ही एक कारण है।
  • शुगर
    अगर आप अपनी डाइट में अधिक मात्रा में शुगर का सेवन कर रहे हैं तो यह सूजन को बढ़ा सकती हैं। इसलिए मीठी चीजों का सेवन बिल्कुल न करे।

गठिया रोग होने से बचाव के लिए निम्नलिखित तरीके आप अपना सकते हैं :

  • आज के लाइफस्टाइल में भी जो व्यक्ति संतुलित आहार लेता है और अपनी डाइट का विशेष ध्यान रखना है वह गठिया रोग से बचा रहता है।
  • यदि आप अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखते हैं और दिन में तीन से चार लीटर पानी पीते हैं तो भी गठिया रोग से बचा जा सकता है।
  • विटामिन सी से युक्त फलों का सेवन करने से भी गठिया रोग से बचा जा सकता है। जैसे की मौसमी, संतरा, अनानास आदि।
  • जामुन, पालक, ब्रोकली, टमाटर और कद्दू जैसी चीजें भी गठिया रोग में कामगार साबित होती है।

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