भारत की टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव की निगाहें और भारत की टेस्ट और वनडे टीम में जगह पक्की करने पर हैं। टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में वे राजा हैं, लेकिन वनडे और टेस्ट क्रिकेट में उनसे रन नहीं बन रहे। वनडे क्रिकेट में उनकी हालत कुछ ज्यादा ही खराब हो जाती है। इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में पहले कुछ मैच उनके लिए अच्छे नहीं रहे। हालांकि, सूर्यकुमार यादव देश के लिए तीनों फॉर्मेट खेलने के लिए उतावले हैं और इसी वजह से वह किसी भी घरेलू अवसर को छोड़ना नहीं चाहते, जिससे टीम इंडिया में वापसी के रास्ते खुलते हों।
सोमवार को प्रैक्टिस सेशन के दौरान सूर्यकुमार यादव ने कहा, “बहुत से ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट टीम में अपनी जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है। मैं भी उस टेस्ट टीम में जगह बनाना चाहता हूं। टेस्ट में भारत के लिए पदार्पण करने के बाद मैं चोटिल हो गया। बहुत से खिलाड़ियों को मौके मिले और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। वे खिलाड़ी हैं जो इस समय मौके के हकदार हैं। आगे जाकर, अगर मुझे खेलना है, तो यह मेरे नियंत्रण में नहीं है। अभी मेरे नियंत्रण में यही है कि मैं यह टूर्नामेंट (बुची बाबू) खेलूं, फिर दलीप ट्रॉफी खेलूं और फिर हम देखेंगे कि क्या होता है।”
सूर्यकुमार यादव को बूची बाबू इनविटेशनल टूर्नामेंट के लिए टीम में चुना गया है। सरफराज अहमद उनकी टीम के कप्तान होंगे। पहले उनका नाम इस टीम में नहीं था, लेकिन बाद में खुद सूर्या ने इस टूर्नामेंट को खेलने की इच्छा जाहिर की थी। 5 सितंबर से दलीप ट्रॉफी की भी शुरुआत हो रही है, लेकिन वे मंगलवार को टीएनसीए इलेवन के खिलाफ मुंबई क्रिकेट संघ के लिए बूची बाबू टूर्नामेंट में खेलते नजर आएंगे। सूर्यकुमार यादव ने श्रीलंका के दौरे पर टीम इंडिया की कप्तानी टी20 क्रिकेट में की थी और सीरीज भी अपने नाम की थी।