उत्तर प्रदेश में भाजपा की चुनावी हार पर जानिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने काय कहा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला, उन्होंने बताया कि षड्यंत्रकारी ताकतें और विदेशी संस्थाएं इन प्लेटफार्मों का उपयोग करके अपने एजेंडे में सफल रहीं।

हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन उत्तर प्रदेश में अपने 2014 और 2019 के प्रदर्शन को दोहराने में विफल रहा। भाजपा+ 80 लोकसभा सीटों में से केवल 36 सीटें ही जीत सकी, जबकि समाजवादी पार्टी 37 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पार्टी के खराब प्रदर्शन पर अपने विचार व्यक्त किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ में आयोजित भाजपा कार्यकारिणी की बैठक के दौरान टिप्पणी की कि अति आत्मविश्वास के कारण हमारी हार हुई। उन्होंने भविष्य में ऐसी स्थितियों से बचने की सलाह दी।

हाल के लोकसभा चुनावों में भाजपा के खराब प्रदर्शन के पीछे के कारणों पर बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, “जब हम जीत के प्रति अति आश्वस्त होते हैं, तो हमें अनिवार्य रूप से परिणाम भुगतने पड़ते हैं।” उन्होंने आगे जोर दिया कि भाजपा कार्यकर्ताओं को कभी भी पीछे नहीं हटना चाहिए, क्योंकि उन्होंने अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन किया है। बैठक के समापन सत्र को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को याद दिलाया कि जब वे विपक्ष में थे, तब उन्होंने जनता के मुद्दों के लिए लड़ाई लड़ी और अब सरकार का हिस्सा बनकर वे उत्तर प्रदेश में सुरक्षित माहौल सुनिश्चित कर रहे हैं।

भाजपा का झंडा फिर लहराएगा: योगी

बैठक में सीएम योगी ने दस विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले आगामी विधानसभा उपचुनाव और 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए सक्रिय रहने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने लोकसभा और राज्यसभा सांसदों, विधायकों, विधान परिषद सदस्यों, जिला पंचायत अध्यक्षों, महापौरों, ब्लॉक प्रमुखों, चेयरमैनों और पार्षदों समेत सभी से 2027 के विधानसभा चुनावों की तुरंत तैयारी करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “हमें एक बार फिर सुनिश्चित करना होगा कि राज्य में भाजपा का झंडा ऊंचा रहे।”

विपक्ष पर निशाना
सीएम योगी ने विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए कहा, “चुनाव से पहले उम्मीद खो चुका विपक्ष अब फिर से शोर मचा रहा है।” कानून व्यवस्था के मामले में अपनी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए योगी ने कहा, “2022 के चुनाव के बाद विपक्ष आक्रामक हो गया, लेकिन सभी के सहयोग से हमने माफिया विरोधी अभियान के जरिए प्रदेश को गुंडों और माफियाओं से मुक्त करने में सफलता पाई।” उन्होंने समाजवादी पार्टी की सरकारों पर दलितों, महापुरुषों और आरक्षण का अनादर करने और संविधान का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। योगी ने दावा किया कि समाजवादियों ने राम, कृष्ण और शिव की परंपराओं को कलंकित किया।

समाजवादी नेता डॉ. राम मनोहर लोहिया को याद करते हुए उन्होंने कहा, “लोहिया जी ने कहा था कि जब तक भारत राम, कृष्ण और शिव की पूजा करता है, तब तक इसे कोई नष्ट नहीं कर सकता। लेकिन इन समाजवादियों ने उनकी परंपराओं को कलंकित किया है।” सीएम योगी ने विशिष्ट घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा, “क्या प्रयागराज में मारे गए राजू पाल और उमेश पाल पिछड़ी जाति के नहीं थे? क्या कृष्णानंद राय के साथ मारे गए रमेश पटेल और रमेश यादव पिछड़ी जाति के नहीं थे? आज माफियाओं के लिए फातिहा पढ़ने वाले फिर से ललकार रहे हैं।” उन्होंने एकता के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “दुनिया जानती है कि अगर हमारा समाज विभाजित है, तो यह एक आसान लक्ष्य बन जाता है, लेकिन अगर एकजुट है, तो बड़ी ताकतें भी इसे हरा नहीं सकतीं।” उन्होंने हाल के चुनावों में देखी गई विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ चेतावनी दी, सतर्कता और सावधानी बरतने का आग्रह किया।

सोशल मीडिया का लाभ उठाना
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के महत्व पर प्रकाश डाला, और बताया कि षड्यंत्रकारी ताकतें और विदेशी संस्थाएं इन प्लेटफार्मों का उपयोग करके अपने एजेंडे में सफल रहीं। उन्होंने कहा, “हम एक राष्ट्रवादी मिशन पर हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया पर सक्रिय रूप से निगरानी रखनी चाहिए और किसी भी अफवाह का तुरंत मुकाबला करना चाहिए।”

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