खर्राटे एक आम नींद विकार है जिसमें सोते समय श्वास में रुकावट आती है। यह तब होता है जब आपके गले के ऊतक कंपन करते हैं, जिससे हवा गुजरते समय संकीर्ण मार्ग बन जाता है। यह कंपन एक खुरदरा या शोरगुल वाला शोर पैदा करता है जिसे खर्राटे कहा जाता है।आज हम आपको बताएँगे खर्राटे आने के कारण और इससे छुटकारा पाने के उपाय।
खर्राटे आने के कारण:
- ऊपरी वायुमार्ग में रुकावट: नाक या गले में रुकावट, जैसे कि नाक का मांसपेशियों में वृद्धि, एडेनोइड्स या टॉन्सिल, खर्राटों का कारण बन सकती है।
- मोटापा: अधिक वजन होने से गले और वायुमार्ग के आसपास अतिरिक्त वसा जमा हो सकती है, जिससे वायुमार्ग संकुचित हो जाता है और खर्राटे आते हैं।
- शराब का सेवन: शराब मांसपेशियों को आराम देती है, जिसमें गले की मांसपेशियां भी शामिल हैं। इससे वायुमार्ग संकुचित हो सकता है और खर्राटे आ सकते हैं।
- एलर्जी और जकड़न: नाक या गले में एलर्जी या जकड़न वायुमार्ग को संकुचित कर सकती है और खर्राटे का कारण बन सकती है।
- अनिद्रा: थकान के कारण मांसपेशियां शिथिल हो सकती हैं, जिससे वायुमार्ग संकुचित हो जाता है और खर्राटे आते हैं।
5 घरेलू उपचार:
- वजन कम करें: यदि आप अधिक वजन वाले हैं, तो वजन कम करने से खर्राटों की तीव्रता और आवृत्ति कम हो सकती है।
- सोने की स्थिति बदलें: अपनी तरफ या पेट के बल सोने के बजाय पीठ के बल सोने से खर्राटे कम हो सकते हैं।
- सिर और गर्दन को ऊँचा रखें: सोते समय अपने सिर और गर्दन को ऊँचा रखने के लिए अतिरिक्त तकिए का उपयोग करें।
- नाक की रुकावट को दूर करें: यदि आपको नाक की रुकावट है, तो नाक स्प्रे या सलाइन समाधान का उपयोग करें।
- एलर्जी का इलाज करें: यदि आपको एलर्जी है, तो एलर्जी की दवाएं लेने से लक्षणों को कम करने और खर्राटों को रोकने में मदद मिल सकती है।
अतिरिक्त उपाय:
- पर्याप्त नींद लें: थकान से बचने के लिए हर रात 7-8 घंटे की नींद लें।
- शराब और कैफीन का सेवन कम करें: सोने से पहले शराब और कैफीन का सेवन न करें, क्योंकि ये वायुमार्ग को आराम दे सकते हैं और खर्राटे को बदतर बना सकते हैं।
- नियमित रूप से व्यायाम करें: नियमित व्यायाम वजन कम करने और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकता है, जिससे खर्राटे कम हो सकते हैं।
- धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान वायुमार्ग को परेशान कर सकता है और खर्राटे को बदतर बना सकता है।
- ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें: ह्यूमिडिफायर हवा में नमी को बढ़ा सकता है, जिससे नाक और गले की जलन कम हो सकती है और खर्राटे कम हो सकते हैं।
यदि आपको खर्राटे आने की समस्या है जो गंभीर है या अन्य लक्षणों के साथ है, जैसे कि सांस लेने में तकलीफ या अत्यधिक थकान, तो डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
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