आयुर्वेद में कई ऐसे जूस हैं जो एसिडिटी और सीने की जलन जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। ये जूस न केवल प्राकृतिक होते हैं बल्कि इनमें कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं।
कुछ प्रभावी आयुर्वेदिक जूस
- आंवले का जूस: आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। यह एसिडिटी और कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है।
- शहद और नींबू का जूस: शहद और नींबू का मिश्रण एसिडिटी को कम करने में मदद करता है। इसे खाली पेट लेने से अधिक लाभ मिलता है।
- अदरक का जूस: अदरक पाचन को बेहतर बनाने और सूजन को कम करने में मदद करता है। यह एसिडिटी और मतली से राहत दिलाता है।
- पुदीने का जूस: पुदीना पाचन एंजाइमों को उत्तेजित करता है और पाचन में सुधार करता है। यह एसिडिटी और गैस से राहत दिलाता है।
जूस बनाने की विधि
- आंवले का जूस: आंवले को धोकर पीस लें और उसका रस निकाल लें।
- शहद और नींबू का जूस: एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद और आधा नींबू का रस मिलाएं।
- अदरक का जूस: अदरक को पीसकर उसका रस निकाल लें।
- पुदीने के पत्तों का जूस: पुदीने के पत्तों को धोकर पीस लें और उसका रस निकाल लें।
एसिडिटी से बचने के अन्य उपाय
- छोटे-छोटे अंतराल पर खाएं: एक बार में बहुत अधिक न खाएं।
- मसालेदार भोजन से बचें: मसालेदार भोजन एसिडिटी को बढ़ा सकता है।
- कॉफी और चाय का सेवन कम करें: कॉफी और चाय में कैफीन होता है जो एसिडिटी को बढ़ा सकता है।
- तनाव से बचें: तनाव एसिडिटी को बढ़ा सकता है।
ध्यान दें:
- अगर आपको एसिडिटी की समस्या है तो किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेना जरूरी है।
- गर्भवती महिलाओं और बच्चों को किसी भी जूस का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और किसी भी चिकित्सकीय सलाह के विकल्प के रूप में नहीं ली जानी चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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