सुबह उठते ही उल्टी या जी मिचलाना, जिसे मॉर्निंग सिकनेस कहते हैं, गर्भावस्था के दौरान एक आम समस्या है। हालांकि इसका नाम मॉर्निंग सिकनेस है, लेकिन यह दिन के किसी भी समय हो सकती है।
मॉर्निंग सिकनेस से बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय:
- छोटे-छोटे हिस्से में खाएं: दिन भर में थोड़े-थोड़े अंतराल पर हल्का खाना खाएं।
- सूखे मेवे और बीज: बादाम, काजू, सूरजमुखी के बीज आदि को दिन में कई बार खा सकते हैं।
- अदरक का सेवन: अदरक की चाय या अदरक का टुकड़ा चूसने से मितली कम होती है।
- पुदीने की चाय: पुदीने की चाय भी मितली कम करने में मदद करती है।
- खट्टे फल: संतरा, नींबू आदि खट्टे फल भी फायदेमंद होते हैं।
- पानी पीएं: दिन भर में भरपूर मात्रा में पानी पीएं।
- आराम करें: जितना हो सके आराम करें।
- तली-भुनी चीजों से बचें: तली-भुनी चीजों से बचें क्योंकि इससे मितली बढ़ सकती है।
- मसालेदार भोजन से बचें: मसालेदार भोजन से भी मितली बढ़ सकती है।
- गर्म पानी से नहाएं: गर्म पानी से नहाने से आराम मिलता है।
कब डॉक्टर से संपर्क करें:
- अगर उल्टी बहुत अधिक हो रही हो।
- अगर आपको बुखार हो।
- अगर आपको पेट में दर्द हो।
- अगर आपका वजन कम हो रहा हो।
- अगर आपको लगातार कमजोरी महसूस हो रही हो।
मॉर्निंग सिकनेस क्यों होती है?
मॉर्निंग सिकनेस का सटीक कारण अभी तक ज्ञात नहीं है, लेकिन माना जाता है कि गर्भावस्था के दौरान हार्मोन में बदलाव इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
ध्यान रखें:
- हर महिला को मॉर्निंग सिकनेस नहीं होती है।
- मॉर्निंग सिकनेस आमतौर पर दूसरे और तीसरे महीने में अधिक होती है।
- मॉर्निंग सिकनेस से बच्चे पर कोई बुरा असर नहीं होता है।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से है और इसे किसी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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