सिगरेट के धुएं में हजारों तरह के हानिकारक रसायन होते हैं। जब हम सिगरेट पीते हैं तो ये रसायन हमारे होंठों के संपर्क में आते हैं। इन रसायनों के कारण हमारे होंठों की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं और उनमें रंगद्रव्य (pigmentation) बढ़ जाता है। यही कारण है कि सिगरेट पीने वालों के होंठ काले पड़ जाते हैं।
सिगरेट पीने से होंठों के अलावा मुंह से जुड़े अन्य नुकसान भी होते हैं:
- दांतों का पीला पड़ना: सिगरेट का तार और उसमें मौजूद रसायन दांतों के एनामेल को नुकसान पहुंचाते हैं और उन्हें पीला कर देते हैं।
- बदबूदार सांस: सिगरेट पीने से मुंह में बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं जिससे सांस बदबूदार हो जाती है।
- मसूड़ों की बीमारी: सिगरेट पीने से मसूड़ों की रक्त आपूर्ति कम हो जाती है जिससे मसूड़ों की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।
- मुंह का कैंसर: सिगरेट के धुएं में मौजूद कैंसरकारक तत्व मुंह के कैंसर का कारण बन सकते हैं।
- स्वाद और गंध का कमजोर होना: सिगरेट पीने से स्वाद और गंध की अनुभूति कमजोर हो जाती है।
सिगरेट छोड़ने के फायदे:
- होंठों का रंग वापस आना: सिगरेट छोड़ने के कुछ ही हफ्तों में होंठों का रंग वापस आना शुरू हो जाता है।
- दांतों का सफेद होना: सिगरेट छोड़ने से दांतों का पीलापन कम हो जाता है और वे धीरे-धीरे सफेद होने लगते हैं।
- सांस की बदबू का खत्म होना: सिगरेट छोड़ने से मुंह में बैक्टीरिया कम हो जाते हैं जिससे सांस की बदबू दूर हो जाती है।
- कैंसर का खतरा कम होना: सिगरेट छोड़ने से मुंह के कैंसर सहित कई तरह के कैंसर का खतरा कम हो जाता है।
- स्वास्थ्य में सुधार: सिगरेट छोड़ने से समग्र स्वास्थ्य में सुधार होता है और आप लंबे और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
यदि आप सिगरेट छोड़ना चाहते हैं तो डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से सलाह लें। वे आपको सिगरेट छोड़ने में मदद करने के लिए कई तरह के उपचार और सहायता प्रदान कर सकते हैं।
धूम्रपान छोड़ना एक कठिन काम हो सकता है, लेकिन यह आपके स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छी बात है।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से दी गई है। किसी भी चिकित्सीय स्थिति के लिए हमेशा किसी डॉक्टर से सलाह लें।
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