हमास की ओर से इजरायली बंधकों के रिश्तेदारों को धमकी भरे फोन कॉल और संदेश भेजे जा रहे हैं। हमास अपनी कैद में मौजूद बंधकों के परिजनों को इजरायली सरकार से लड़ने और पैसा भेजने के लिए कह रहे हैं। यरुशलम पोस्ट ने एन12 के हवाले से ये दावा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, इन संदेशों में चेतावनी दी गई है कि अगर आप सरकार से नहीं लड़ते हैं तो अपने प्रियजनों को खो देंगे और उन्हें वापस लौटते नहीं देख पाएंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के लड़ाकों ने फिरौती भी मांगी है। संदेश में कहा गया कि भुगतान के बिना बंधक परिवारों को उनके प्रियजनों के बारे में जानकारी नहीं मिलेगी। बंधकों के परिवारों ने इस संबंध में कॉल मिलने के बाद इसकी जानकारी अपनी सरकार को दी। परिवारों से फोन नंबर मिलने के बाद शिन बेट इसकी जांच कर रही है।
धमकियों के पीछे ईरान का हाथ!
दावा कि गया है कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि धमकियों के पीछे जो तत्व हैं, वो या तो ईरानी मूल के हैं या हमास से संबंधित हैं। हमास के कॉल और मैसेज मिलने का ये दावा ऐसे समय किया गया है जब इजरायली सेना ने छह बंधकों के शव मिलने की जानकारी दी है। मंगलवार को ही इजरायल की सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उसके सैनिकों ने पिछले साल सात अक्टूबर को हमास के हमले के दौरान बंधक बनाए गए छह लोगों के शव बीती रात बरामद किए हैं दक्षिण गाजा में एक ऑपरेशन के दौरान ये शव बरामद किए हैं। सेना के मुताबिक, मृतकों की पहचान यागेव बुश्ताब, एलेक्जेंडर डैनकिग, अवराहम मंडर, योराम मेत्सगर, नदाव पोपलवेल और हाइम पेरी के रूप में हुई है।
हमास ने बीते साल 7 अक्टूबर को इजरायल में हमला करते हुए करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया था और इनको गाजा में रखा गया है। माना जाता है कि सात अक्टूबर के हमले के बाद अब भी करीब 110 लोगों को हमास ने बंधक बना रखा है। इजराइली अधिकारियों के अनुमान के अनुसार इनमें से करीब एक तिहाई की मौत हो चुकी है।