लौकी, जिसे “दूधी” या “बोटल गॉर्ड” भी कहा जाता है, एक स्वादिष्ट और पौष्टिक सब्जी है जो हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) को कम करने में मददगार हो सकती है।आज हम आपको बताएँगे लौकी कैसे मददगार है हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में।
लौकी में मौजूद कुछ ऐसे गुण हैं जो इसे हाई ब्लड प्रेशर के लिए फायदेमंद बनाते हैं:
- पोटेशियम: लौकी पोटेशियम का अच्छा स्रोत है, जो रक्त वाहिकाओं को आराम देने और सोडियम के प्रभावों को कम करने में मदद करता है, जिससे रक्तचाप कम होता है।
- फाइबर: लौकी में घुलनशील और अघुलनशील फाइबर दोनों होते हैं। घुलनशील फाइबर “खराब” कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में मदद करता है, जबकि अघुलनशील फाइबर पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- मैग्नीशियम: लौकी मैग्नीशियम का भी अच्छा स्रोत है, जो मांसपेशियों को आराम देने और तनाव को कम करने में मदद करता है, जिससे रक्तचाप कम होता है।
- विटामिन सी: लौकी विटामिन सी का भी अच्छा स्रोत है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो रक्त वाहिकाओं को नुकसान से बचाने में मदद करता है।
लौकी का सेवन कैसे करें:
- लौकी का जूस: लौकी का जूस हाई ब्लड प्रेशर को कम करने का एक बेहतरीन तरीका है। आप घर पर ताजा लौकी का जूस बना सकते हैं या बाजार से पैकेट वाला जूस खरीद सकते हैं।
- लौकी की सब्जी: लौकी को विभिन्न प्रकार से पकाया जा सकता है, जैसे कि करी, सब्जी, या दाल में।
- लौकी का सलाद: लौकी को कच्चा भी खाया जा सकता है। इसे सलाद में डालें या इसे स्नैक के रूप में चबाएं।
- लौकी का पानी: लौकी के बीजों को पानी में भिगोकर रात भर रखें। सुबह, पानी को छानकर पिएं।
ध्यान दें:
- यदि आपको कोई स्वास्थ्य स्थिति है, जैसे कि मधुमेह या गुर्दे की बीमारी, तो लौकी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
- लौकी के बीजों का सेवन अधिक मात्रा में न करें, क्योंकि इनमें थोड़ी मात्रा में जहरीला पदार्थ हो सकता है।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि लौकी हाई ब्लड प्रेशर को कम करने का एक प्राकृतिक तरीका है, लेकिन यह दवा का विकल्प नहीं है। यदि आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लेना और उनका इलाज करवाना महत्वपूर्ण है।
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