गर्भावस्था में एसिडिटी एक आम समस्या है, जो 50% से अधिक गर्भवती महिलाओं को प्रभावित करती है। यह हार्मोनल परिवर्तन, बढ़ते हुए गर्भाशय और पाचन तंत्र में धीमी गति के कारण होता है।आज हम आपको बताएँगे गर्भावस्था में एसिडिटी से राहत पाने के लिए घरेलू उपाय ।
एसिडिटी के लक्षणों में शामिल हैं:
- सीने में जलन
- अपच
- खट्टी डकारें
- पेट फूलना
- मतली
यहां कुछ घरेलू उपाय दिए गए हैं जो गर्भावस्था में एसिडिटी से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं:
1. आहार में बदलाव:
- छोटे-छोटे और बार-बार भोजन करें। भारी भोजन करने से बचें जो अपच पैदा कर सकता है।
- मसालेदार, तले हुए और वसायुक्त भोजन से बचें।
- खट्टे फल और टमाटर जैसे अम्लीय खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें।
- अदरक, पुदीना और जीरा जैसे पाचन में सुधार करने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- दही, छाछ और लस्सी जैसे प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- पानी और तरल पदार्थों का भरपूर सेवन करें।
2. जीवनशैली में बदलाव:
- खाने के बाद तुरंत लेटने से बचें। कम से कम 2 घंटे तक इंतजार करें।
- सोने के लिए ऊंचे तकिए का उपयोग करें।
- तनाव कम करें।
- नियमित रूप से व्यायाम करें।
- धूम्रपान और शराब से बचें।
3. घरेलू उपाय:
- अदरक का पानी: एक कप गर्म पानी में एक छोटा चम्मच अदरक का रस मिलाकर पिएं।
- पुदीने की पत्तियां: कुछ पुदीने की पत्तियों को चबाएं या पुदीने की चाय पिएं।
- एलोवेरा जूस: एलोवेरा जूस पाचन तंत्र को शांत करने और एसिडिटी को कम करने में मदद कर सकता है।
- नारियल पानी: नारियल पानी प्राकृतिक रूप से इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है और निर्जलीकरण को रोकने में मदद कर सकता है, जो एसिडिटी को बदतर बना सकता है।
- ठंडा दूध: ठंडा दूध पेट को शांत करने और एसिडिटी को कम करने में मदद कर सकता है।
यदि आपको एसिडिटी की गंभीर समस्या है, या यदि यह घरेलू उपायों से ठीक नहीं होती है, तो डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है। वे आपको दवा लिख सकते हैं जो एसिडिटी को कम करने में मदद कर सकती है।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। गर्भावस्था में किसी भी प्रकार की दवा या उपचार का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है.
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