एक बार एक अध्यापक कक्षा में बच्चों को रक्त प्रवाह (ब्लड प्रेशर) के बारे में पढ़ा रहा था।
अध्यापक: बच्चों जैसा की आप जानते हैं कि अगर मैं अपने सिर के बल खड़ा हो जाऊँगा तो मेरा रक्त मेरे सिर की ओर तेजी से प्रवाहित होने लगेगा जिसकी वजह से मेरा चेहरा लाल पड़ जाएगा।
बच्चे: जी मास्टर जी।
अध्यापक: तो फिर बच्चो एक बात बताओ अभी जैसे मैं अपने पैरो पर खड़ा हुआ हूँ तो रक्त का प्रवाह मेरे पैरों की तरफ क्यों नहीं हो रहा।
अध्यापक की बात सुन कर पप्पू खड़ा हुआ और बोला, “मास्टरजी मैं बताऊँ?”
अध्यापक: हाँ बेटा पप्पू तुम बताओ।
पप्पू: मास्टरजी क्योंकि आपके सिर की तरह आपके पैर खाली नहीं हैं।😂😜😅😂😂😜
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एक डॉक्टर साहब एक पार्टी में गए तो अपने बीच शहर के एक प्रतिष्ठित डॉक्टर को पाकर लोगों ने उन्हें घेर लिया। किसी को जुकाम था तो किसी के पेट में गैस, इसीलिए सभी मुफ्त की राय लेने के चक्कर में डॉक्टर के पास पहुँच गए। डॉक्टर साहब भी किसी को मना नहीं कर पा रहे थे।
उसी पार्टी में शहर के एक नामी वकील भी आए हुए थे, मौका मिलते ही डॉक्टर साहब वकील साहब के पास पहुंचे और उन्हें एक ओर ले जाकर बोले, “यार, मैं तो परेशान हो गया हूं, सभी फ्री में इलाज कराने के चक्कर में हैं, तुम्हें भी ऐसे लोग मिलते हैं क्या?”
वकील: बहुत मिलते हैं।
डॉक्टर: तो फिर उनसे कैसे निपटते हो?
वकील: बिलकुल सीधा तरीका है, मैं उन्हें सलाह देता हूं जैसा कि वो चाहते हैं, बाद में उनके घर बिल भिजवा देता हूँ।
यह बात डॉक्टर साहब को कुछ जम गई, अगले रोज उन्होंने भी पार्टी में मिले कुछ लोगों के नाम बिल बनाए और उन्हें भिजवाने ही वाले थे कि तभी उनका नौकर अन्दर आया और बोला, “साहब, कोई आपसे मिलना चाहता है।”
डॉक्टर: कौन है?
नौकर: वकील साहब का चपरासी है, कहता है कल रात पार्टी में आपने वकील साहब से जो राय ली थी उसका बिल लाया है।😂😜😅😂😂😜