different types of turmeric barks

हल्दी का उपयोग करते समय इन बातों का अवश्य रखें ध्यान

वर्तमान समय में उन चीजों का काफी ज्यादा इस्तेमाल किया गया. जिससे इम्युनिटी बढ़ती हो. जैसे- काढ़ा, हल्दी, लहसुन, काली मिर्च और लौंग. यह सभी इम्युनिटी बूस्टर हमारे किचन में पाई जाती है. लेकिन आज हम बात करेंगे हल्दी. हल्दी को एंटी ऑक्सीडेंट और एंटीसेप्टिक कहा जाता है. इसमें कई सारे औषधिय गुण पाए जाते हैं. लेकिन जैसा कि आपको पता है किसी भी चीज का ज्यादा इस्तेमाल सेहत के लिए हानिकारक होता है. इसलिए हल्दी का ज्यादा इस्तेमाल सेहत के लिए ठीक नहीं है.

हो सकती है पेट में दिक्कत

हल्दी पेट के लिए बहुत गर्म होती है इसलिए इसे कम मात्रा में ही खाना या पीना चाहिए. नहीं तो यह पेट में जलन शुरू कर सकती है. पेट में सूजन में अलावा ऐंठन भी होता है. ज्यादा हल्दी का इस्तेमाल करते हैं तो सचेत हो जाइए.

उल्टी और लूज मोशन की समस्या

उल्टी और लूज मोशन की दिक्कत हो सकती है. एक लीमिट तक ही हल्दी का इस्तेमाल करना चाहिए नहीं तो यह आपके लिए बड़ी मुसीबत हो सकती है. साथ ही साथ यह आपके शरीर के लिए भी खतरनाक हो सकती है. हल्दी का बहुत ज्यादा इस्तेमाल आपकी डाइजेशन के लिए दिक्कत पैदा कर सकती है. जिसके कारण उल्टी और लूज मोशन हो सकता है. हल्दी के ज्यादा इस्तेमाल से आप बीमारी से दूर नहीं बल्कि उसके पास चले जाएंगे.

बढ़ सकता है किडनी में पथरी का खतरा

कई लोग हल्दी का काफी ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. उन्हें लगता है कि वो जितना ज्यादा हल्दी खाएंगे वह कई बीमारियों से दूर रहेंगे. लेकिन वह इस बात को भूल जाते हैं कि यह आपके शरीर को फायदा पहुंचाने से ज्यादा नुकसान पहुंचा देती है. हल्दी का सीमित मात्रा में ही इस्तेमाल करें क्योंकि इससे किडनी में पथरी होने का खतरा बढ़ जाता है. दरअसल, इसमें ऑक्सलेट कैल्शियम होता है जो शरीर में घुलने के बजाय बांधने लगता है. कैल्शियम अघुलनशील होता है.