मुल्तानी मिट्टी का उपयोग करते समय इन बातों का अवश्य रखें ध्यान

मुल्तानी मिट्टी का लेप एक आम घरेलू नुस्खा है, जो हर कोई अपने चेहरे की डलनेस हटाने के लिए, चेहरे पर आए कील-मुंहासें हटाने के लिए और बालों की रौनक बढ़ाने के लिए इस्तेमाल करता है. मिनरल्स से भरपूर यह मिट्टी स्किन के लिए बेहद फायदेमंद और सेफ मानी जाती है. मुलतानी मिट्टी को चेहरे पर लगाने से चेहरा चिकना और मुलायम हो जाता है.

स्किन प्रॉब्लम से छुटकारा पाने के लिए मुल्तानी मिट्टी को बहुत कारगर माना गया है. लेकिन कहते हैं ना कि किसी चीज का अधिक इस्तेमाल करना हानिकारक भी साबित हो सकता है, मुल्तानी मिट्टी के साथ भी कुछ ऐसा ही है. इस मिट्टी के ज्यादा उपयोग से स्किन को कुछ नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है. आइए मुल्तानी मिट्टी से होने वाले नुकसान के बारे में जानते हैं.

क्या मुल्तानी मिट्टी चेहरे पर लगाना सच में नुकसानदायक है?
मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल असरदार और सेफ होने के बावजूद भी कई बार स्किन को फायदे की बजाय नुकसान पहुंचाता है. मुल्तानी मिट्टी को गलत तरीके से लगाने से स्किन से जुड़ी कई प्रॉब्लम्स होने लगती हैं. मुल्तानी मिट्टी के कुछ ऐसे ही साइड इफेक्टस के बारे में जानते हैं.

ड्राई स्किन
जिनकी स्किन चिपचिपी और ऑइली होती है, वो स्किन को हेल्दी रखने के लिए मुल्तानी मिट्टी का लेप लगाते हैं. लेकिन मुल्तानी मिट्टी लगाने से पहले हमें मौसम और तापमान का ध्यान रखना चाहिए. बहुत ठंडी जगहों पर मुल्तानी मिट्टी को केवल पानी में भिगोकर लगाने से स्किन का रूखापन बढ़ता है और सर्दियों में स्किन बहुत ड्राई हो जाती है.

स्किन में खिंचाव
जिनकी स्किन ड्राई होती है उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि मुल्तानी मिट्टी का लेप लगाते समय उसमें, एलो वेरा, बादाम का तेल या शहद जैसे नैचुरल मॉश्चराइजर मिला लिए जाएं. क्योंकि सिर्फ मुल्तानी मिट्टी लगाने से स्किन बहुत अधिक ड्राई हो जाती है जिससे त्वचा में खिंचाव आ जाता है और स्किन समय से पहले बूढ़ी नजर आने लगती है.

सेंसिटिव स्किन को नुकसान
जिन लोगों की स्किन सेंसिटिव होती है, उन्हें मुल्तानी मिट्टी के इस्तेमाल से बचना चाहिए क्योंकि इसको लगाने से चेहरे पर दाने हो सकते हैं और रैशेज की भी समस्या होने की संभावना होने सकती है. इसीलिए सेंसिटिव स्किन वाले लोग मुल्तानी मिट्टी के इस्तेमाल से बचें.

इन स्किन टाइप के लोग मुल्तानी मिट्टी के इस्तेमाल से बचें
जिनकी स्किन बहुत संवेदनशील होती है उन्हें मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल बहुत ही कम करना चाहिए. इसका अधिक इस्तेमाल चेहरे पर डलनेस और दाने ला सकता है.

ड्राई स्किन वालों को मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इससे स्किन बहुत ज्यादा रूखाी हो जाती है और त्वचा बेजान नजर आने लगती है.

अगर आपको अक्सर सर्दी जुखाम या खांसी की शिकायत रहती है तो आपको मुल्तानी मिट्टी से दूरी बना लेनी चाहिए. मुल्तानी मिट्टी का प्रभाव ठंडा होता है जिससे सर्दी-खांसी की समस्या बढ़ सकती है.

मुल्तानी मिट्टी के नियमित इस्तेमाल से चेहरे पर झुर्रियां हो सकती हैं.