किसी को जाने बिना ही अपने मन में उसको लेकर विचार बना लेना यानी उसे जज करना स्वभाव का हिस्सा होता है. ऐसा करना बेहद गलत माना जाता है. किसी के स्वभाव, कपड़े या काम को लेकर जज करना सही नहीं होता है. ऐसा करने से दोनों की मेंटल हेल्थ पर निगेटिव असर पड़ता है. इससे कई समस्याएं जन्म ले सकती है और निगेटिविटी मन पर हावी हो सकती है. आइए जानते हैं किसी को जज करने से मेंटल हेल्थ का क्या रिलेशन है…
किसी को जज करने से मेंटल हेल्थ पर क्या असर होता है
कई बार हमारी मेंटल स्थिति ऐसी होती है कि हम बिना सोचे-समझे ही किसी के बारें में मनगढ़ंत विचार बना लेते हैं. कुछ लोग अपनी जिंदगी में ही इतना परेशान होते हैं कि उनका गुस्सा दूसरों पर निकलता है और इस वजह से उसके बारें में बिना सोचे-समझे कुछ बी बोलने लगते हैं, उसे जज करने लगते हैं लेकिन शायद उन्हें नहीं पता कि ऐसा करके वे खुद की मेंटल हेल्थ ही बिगाड़ रहे हैं. जिससे डिप्रेशन और एंग्जाइटी तक हो सकती है. ऐसे इंसान निगेटिविटी के बढ़ने से ठीक से अपने रिश्तों को भी नहीं संभाल पाता और दूसरों में कमियां ही निकालता रहता है.
सामने वाला पर क्या होता है असर
किसी को जज करने का बुरा असर न सिर्फ जज करने वाले पर बल्कि जिसे बारें में विचार बनाया जा रहा है, उस पर भी पड़ता है. ऐसा इंसान हमेशा डरा-सहमा रहने लगता है. उसे खुद में कई कमियां नजर आने लगती है. उसे ऐसा भी लगता है कि उसे कोई प्यार नहीं करता है. ऐसे लोग दूसरों से अपने मन की बात भी नहीं कह पाते हैं. जिसका असर उनके सामाजिक रिश्तों पर पड़ता है और वे समाज से कटकर अकेले रहने रहते हैं. जो न सिर्फ एंग्जाइटी-डिप्रेशन बल्कि कई तरह की मेंटल समस्याओं को जन्म दे सकता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
एक्सपर्ट्स भी ऐसी आदतों को तुरंत बदल लेने की सलाह देते हैं. उनका कहना है कि ऐसा करके न सिर्फ आप खुद को बल्कि सामने वालों पर भी गहरा निगेटिव असर डालते हैं. इससे जिंदगी कई तरह की समस्याओं से घिर सकती है. मानसिक समस्याओं की वजह से बहुत सी दिक्कतें सामने आ सकती हैं, जिससे बाहर निकल पाना आसान नहीं है. इससे जिंदगी में काफी पीछे जा सकते हैं.