कर्नाटक पुलिस ने कथित तौर पर एससी/एसटी समुदाय के खिलाफ बीजेपी कर्नाटक की ओर से पोस्ट किए गए एक ट्वीट के संबंध में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और आईटी सेल के हेड अमित मालवीय को समन भेजा है. दोनों नेताओं को 7 दिनों के भीतर बेंगलुरु के हाई ग्राउंड्स पुलिस स्टेशन में 7 दिनों के भीतर उपस्थित होने के लिए कहा है.
नोटिस में कहा गया है कि रमेश बाबू नाम का एक शख्स 5 मई 2024 को हाई ग्राउंड्स पुलिस स्टेशन आया और बीजेपी के कर्नाटक एक्स हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो के संबंध में शिकायत दी.
सात दिनों के उपस्थित होने के लिए कहा गया
नोटिस में कहा गया, “उस शख्स ने आरोप लगाया कि उस वीडियो का उद्देश्य एससी/एसटी समुदाय के खिलाफ नफरत और दुर्भावना पैदा करना है. इसे लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है.” बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने नोटिस मिलने के सात दिनों के भीतर हाई ग्राउंड्स पुलिस स्टेशन में सुबह 11 बजे जांच अधिकारी के सामने उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है.
चुनाव आयोग ने पोस्ट हटाने का दिया था निर्देश
चुनाव आयोग ने मंगलवार (7 मई) को एक्स प्लेटफॉर्म के नोडल अधिकारी को पत्र लिखकर बीजेपी कर्नाटक की ओर से आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट को तुरंत हटाने का निर्देश दिया था. नोडल अधिकारी को दिए गए नोटिस में चुनाव आयोग ने कहा था कि कर्नाटक बीजेपी का पोस्ट मौजूदा कानूनी ढांचे का उल्लंघन है.
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की थी शिकायत
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक 4 मई को कर्नाटक बीजेपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक एनिमेटेड वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया आरक्षण विवाद को लेकर पार्टी पर निशाना साधते नजर आ रहे थे. इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने 5 मई को चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज की, जिसमें आरोप लगाया गया कि कर्नाटक बीजेपी दंगा भड़काना चाहती है.