बीसी जिंदल समूह की कंपनी जिंदल इंडिया रिन्यूएबल एनर्जी ने बैटरी ऊर्जा भंडारण के क्षेत्र में कदम रखा है।
कंपनी ने बुधवार को बयान में कहा कि जिंदल इंडिया रिन्यूएबल एनर्जी की योजना 2025 तक लिथियम आयरन फॉस्फेट (एलएफपी) रसायन के साथ एक गीगावाट (1,000 मेगावाट) बैटरी पैक असेंबली लाइन बनाने की है। साथ ही कंपनी 2027 तक पांच गीगावाट क्षमता के साथ बैटरी सेल विनिर्माण क्षेत्र में कदम रखेगी।
इसे हासिल करने के लिए कंपनी एक विश्वस्तरीय प्रौद्योगिकी प्रदाता के साथ साझेदारी करेगी।
एक प्रौद्योगिकी के रूप में बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) ग्रिड की स्थिरता और कुशल भंडारण के लिए महत्वपूर्ण है। यह बिजली की अधिकतम मांग के दौरान आपूर्ति के मुद्दे का समाधान भी करती है।
बयान के अनुसार, देश में बीईएसएस बाजार के 2032 तक 11.41 प्रतिशत की सालाना दर (सीएजीआर) से बढ़ने की उम्मीद है। यह इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण अवसरों को दर्शाता है।
जिंदल इंडिया रिन्यूएबल एनर्जी के निदेशक पुनीत गुप्ता ने बयान में कहा, ‘‘बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणालियों में निवेश करके हम अपने कारोबार का विस्तार कर रहे हैं। इसके साथ ही हम ग्रिड स्थिरता और नवीकरणीय स्रोतों के एकीकरण में योगदान दे रहे हैं।’’
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