जापान की सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के नेता शिगेरू इशिबा को मंगलवार को संसदीय मतदान में देश का अगला प्रधानमंत्री चुना गया। वह फूमियो किशिदा की जगह लेंगे। जापानी संसद के निचले और ऊपरी दोनों सदनों ने इशिबा का समर्थन किया।
इससे पहले निर्वतमान पीएम किशिदा ने अपने मंत्रिमंडल के साथ सामूहिक इस्तीफा देने का फैसला किया। उन्होंने एक बयान में कहा, “जापान घरेलू और विदेशी, दोनों मोर्चों पर एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है। मुझे पूरी उम्मीद है कि नए मंत्रिमंडल के तहत जापान के भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने वाली महत्वपूर्ण नीतियों को सख्ती से लागू किया जाएगा। मैं अगले मंत्रिमंडल और नए प्रधानमंत्री के लिए आपके निरंतर समर्थन की मांग करता हूं।”
इशिबा ने शुक्रवार को आर्थिक सुरक्षा मंत्री साने ताकाइची को हराकर देश की सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) का नेतृत्व चुनाव जीता था।
अपनी जीत के बाद आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इशिबा ने एलडीपी के भीतर विश्वास और एकता के पुनर्निर्माण के लिए पूरी कोशिश करने का वादा किया। उन्होंने एलडीपी को एक ऐसी पार्टी बनाने पर जोर दिया जो विनम्र, निष्पक्ष और पारदर्शी हो।
एलडीपी नेतृत्व के लिए इशिबा की यह पांचवीं दावेदारी थी। पिछले कुछ वर्षों उनकी इमेज रक्षा और कृषि की गहरी जानकारी रखने वाले अनुभवी नीति विशेषज्ञ के रूप में बनी है।
सोमवार को, इशिबा ने 9 अक्टूबर को संसद के निचले सदन को भंग करने की योजना की घोषणा की। ऐसा होने पर 27 अक्टूबर को आम चुनाव होंगे। जल्द चुनाव कराने के उनके फैसले पर विपक्षी दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने प्रधानमंत्री चुने जाने से पहले ही ऐसी घोषणा करने को ‘अपमानजनक’ और ‘असंवैधानिक’ बताया।
विश्लेषक ऐसा मानते हैं कि इशिबा के सामने तत्काल कुछ बड़ी चुनौतियां हैं। इनमें एलडीपी में जनता का भरोसा बहाल करना शामिल है, जिसकी छवि को ‘स्लश फंड’ घोटाले की वजह से गहरा धक्का पहुंचा है। चीन, उत्तर कोरिया और रूस से बढ़ती सुरक्षा चिंताओं के साथ अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी उनके नेतृत्व का परीक्षण होना है।
दूसरी तरफ जापान की मुख्य विपक्षी पार्टी कांस्टीट्यूशनल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ जापान (सीडीपीजे) ने संभावित आम चुनाव में अधिक सीटें हासिल करने की कोशिशों को तेज कर रही है। सीडीपीजे एलडीपी को गंभीर चुनौती देना चाहती है। हाल ही में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री योशिहिको नोडा को सीडीपीजे का नया नेता चुना गया है।
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