कांग्रेस ने एक बार फिर विपक्ष पर वार किया है, congress ने शनिवार के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कुछ सवालों के जवाब पूछते हुए कहा की प्रधानमंत्री मोदी ने फसलों के लिए MSP को कानूनी मान्यता देने के वादे को क्यों तोड़ दिया है साथ ही हरियाणा की महिला पहलवानों के साथ भी इनके विरोध का जिक्र करते हुए congress के नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी से पूछा है कि उन्होंने सांसद रहे बृजभूषण सिंह पर किसी प्रकार कोई क्यों कार्रवाई क्यों नहीं होने दी, महिलाओं के साथ किए गए छेड़छाड़ के आरोप होते हुए भी उन्हें यूहीं जाने दिया है। पीएम मोदी शनिवार के दिन अंबाला और सोनीपत में चुनावी रैलियों के लिए वहां की जनता को संबोधित करने जायेंगे।
ज्याराम रामेश ने प्रधानमंत्री से पूछा है की क्यों उन्होंने किसानों के लिए कानूनी एमएसपी के वादे को पूरा नहीं किया।दूसरा सवाल ये है की प्रधानमंत्री मोदी भारत और हरियाणा की बेटियों को अपनी राजनीति में कभी प्राथमिकता देंगे या फिर नही। उन्होंने तीसरा सवाल ये पूछा की भाजपा शासित जगह जैसे हरियाणा की ही बात करे वहां पर दलितों के साथ अत्याचार क्यों हो रहे है।
रमेश ने मोदी सरकार को दोगली मोदी सरकार खाते हुए आरोप लगाया कि हरियाणा के किसानों ने मोदी सरकार पर से पूरी तरह से भरोसा खो दिया है। 2021 में प्रधानमंत्री में जो भी किसानों को आश्वासन दिया था इसके वजह से किसानों ने अपना विरोध प्रदर्शन बंद कर दिया था और उन लोगों को वापस जाना पड़ा था। मांगे पूरी होने की उम्मीद में उन्होंने ऐसा किया था लेकिन अब मोदी सरकार की किसान संगठनों के साथ बातचीत धीमी हो गई। भाजपा ने एमएसपी के विचार-विमर्श के लिए एक पक्षपातपूर्ण समिति भी नियुक्त की। जिसमें से स्वतंत्र सदस्य ने इस्तीफा भी दे दिया था। विश्वासघात तो उनके साथ किया गया किसान संगठनों को मैकबूटिबल चलते, फिर सड़कों पर उन्हें अपनी आवाज को बुलंद कारण पड़ा था किसानों की बातों को न सुन कर उन पर के लाठियां बरसाईं गई और आंसू गैस के गोले भी छोड दिए गए।
रमेश ने आरोप लगाया कि भाजपा शासन के तहत, हरियाणा अनुसूचित जाति समुदाय के खिलाफ हिंसा और भेदभाव को भी बढ़ावा दे रहा है। दलितों को हरियाणा में अपनी गरिमा और सुरक्षा के लिए लगातार नीचा दिखाया जा रहा है न्याय के लिए अदालत में जाने पर, प्रमुख जातियां उनका सामाजिक बहिष्कार करती हैं। पीएम मोदी से इस बात पर चुप्पी तोड़ने के लिए कहा है।