ISRO ने भारत के पहले सौर मिशन ‘आदित्य एल-1’ को लेकर बड़ी सफलता हासिल की

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के सौर मिशन ‘आदित्य एल-1’ ने सूरज की सतह से उठने वाले तूफान को कैमरे में कैद करने में सफलता प्राप्त की है।इसरो के सौर मिशन आदित्य एल 1 एक उपलब्धि हासिल की है।यह भारत का पहला सौर मिशन है जिसमें आदित्य एल 1 का मिशन सौर गतिविधियों और उनके प्रभावों का अध्ययन करना है। इस मिशन के तहत सूरज के कोरोनल मास इजेक्शन जैसी घटनाओं की जानकारी एकत्र की जा रही है, जिससे सौर तूफानों का प्रभाव समझने में मदद मिलती है।

पहले सौर मिशन आदित्य एल1 को इसरो ने सितंबर 2023 में लॉन्च किया था।ये सफर का रहा इसके बाद आदित्य एल1 अंतरिक्षयान इस साल जनवरी में लैंग्रेजियन पॉइंट पर पहुंचा। लैंग्रेजियन पॉइंट पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर स्थित है। लैंग्रेजियन पॉइंट से सूर्य पर लगातार नजर रखी जा सकती है।

आदित्य एल-1 में लगे उपकरण, जैसे विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ इन घटनाओं की विस्तृत तस्वीरें और डेटा को कैप्चर करने में हमारी मदद करेंगे। यह मिशन न वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय के लिए भी महत्वपूर्ण है, इसकी मदद से सौर गतिविधियों पर विस्तृत और लगातार डेटा प्राप्त होगा, जिससे सौर-मौसम पूर्वानुमान में सुधार करने में मदद मिलेगी।

इसरो ने सोमवार को इसकी जानकारी दी है की आदित्य एल 1 पर लगे दो उपकरणों ने सूर्य की सतह से उठने वाले सौर तूफान की घटना को कैमरे में कैद किया है। इन सौर तूफानों का पृथ्वी पर भी असर होता है।आदित्य एल1 पर लगे उपकरण द सोलर अल्ट्रा वॉयलेट इंमेजिंग टेलीस्कोप और उपकरण द विजिबल एमीशन लाइन कोरोनाग्राफ ने सूरज की सतह से उठे सौर तूफान को कैमरे में कैद किया।

इसरो ने बताया कि सूरज की सतह से विशाल तरंगे उठती हैं, इसे CME या सौर तूफान भी कहा जाता है। ये तरंगे छोटी, मध्यम और विशाल आकार की होती हैं। सूर्य पर चुंबकीय क्षेत्र की वजह से ये सौर तूफान उठते हैं।इन तरंगों का पृथ्वी पर भी असर होता है और कई बार इनकी वजहों से पृथ्वी पर पूरा संचार तंत्र और सैटेलाइट, ऊर्जा ग्रिड आदि पर असर हो सकता है।

इसरो ने अपने पहले सौर मिशन आदित्य एल1 को सितंबर 2023 में लॉन्च किया था। करीब 127 दिन का सफर करने के बाद आदित्य एल1 अंतरिक्षयान इस साल जनवरी में लैंग्रेजियन पॉइंट पर पहुंचा। लैंग्रेजियन पॉइंट पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर स्थित है। लैंग्रेजियन पॉइंट की खास बात ये है कि इस जगह से सूर्य पर लगातार नजर रखी जा सकती है।

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