इजराइल ने रविवार को कहा कि उसने गाजा में एक युवा इजराइली-अमेरिकी समेत छह बंधकों के शव बरामद किए हैं। इजराइली-अमेरिकी युवक हेर्श गोल्डबर्ग-पोलिन के माता-पिता ने रविवार सुबह पुष्टि की कि गाजा पट्टी में उनके बेटे को बंधक बनाने वाले उग्रवादियों ने उसकी हत्या कर दी है। सेना ने कहा कि आतंकवादियों ने इजराइली सैनिकों द्वारा बंधकों को बचा पाने से कुछ देर पहले ही उनकी हत्या कर दी। उनके शव मिलने के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन शुरू होने का खतरा पैदा हो गया, जिन पर बंधकों के कई परिवार और इजराइली जनता बंधकों को जीवित वापस लाने के लिए समझौता करने में नाकाम रहने का आरोप लगाती है।
नेतन्याहू ने बंधकों की हत्या पर दुख जताया और कहा कि इजराइल ‘‘बेरहमी’’ से की गई उनकी हत्या के लिए हमास को बख्शेगा नहीं। उन्होंने कहा कि इन हत्याओं से साबित हो गया है कि आतंकवादी समूह संघर्षविराम समझौता नहीं चाहता है। उन्होंने कहा कि बंधकों की मौत की खबर सुनकर उनका दिल टूट गया है। नेतन्याहू ने कहा, ‘‘जिन्होंने बंधकों की हत्या की है, वे कोई समझौता नहीं चाहते हैं।’’ हमास के उग्रवादियों ने पिछले साल सात अक्टूबर को किए गए हमले के दौरान दक्षिण इजराइल में एक संगीत महोत्सव से हेर्श गोल्डबर्ग-पोलिन (23) तथा चार अन्य बंधकों को अगवा कर लिया था।
कैलिफोर्निया के बर्कले के रहने वाले गोल्डबर्ग-पोलिन ने ग्रेनेड हमले में अपना बायां हाथ गंवा दिया था। अप्रैल में हमास द्वारा जारी एक वीडियो में उसका बायां हाथ गायब दिख रहा था और वह स्पष्ट रूप से काफी पीड़ा में बोलता नजर आ रहा था। इससे इजराइल में बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने की मांग को लेकर नए सिरे से विरोध-प्रदर्शन भड़क गए थे।
सेना ने अन्य मृतक बंधकों की पहचान ओरी दानिनो (25), एडन यरूशालमी (24), अल्मोग सारूसी (27) और एलेक्जेंडर लोबानोव (33) के रूप में की है। इन सभी को सात अक्टूबर को हमास के हमले के दौरान एक संगीत महोत्सव से अगवा किया गया था। कार्मल गट (40) नामक छठे व्यक्ति का अपहरण पास ही में स्थित कृषक क्षेत्र बेरी से किया गया था। इसने बताया कि शव दक्षिण गाजा के रफह शहर में एक सुरंग से बरामद किए गए। यह उस जगह से करीब एक किलोमीटर दूर है जहां से पिछले सप्ताह एक अन्य बंधक कैद फरहान अल्कादी (52) को छुड़ाया गया था।
इजराइली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हेगारी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘प्रारंभिक सूचना के अनुसार, इससे पहले कि हम उन्हें बचा पाते, हमास के आतंकवादियों ने उनकी क्रूरतापूर्वक हत्या कर दी।’’ हमास ने युद्ध खत्म करने, इजराइली सैनिकों की वापसी और कुख्यात उग्रवादियों समेत बड़ी संख्या में फलस्तीनी कैदियों की रिहाई की शर्त पर बंधकों को छोड़ने की पेशकश की थी। हमास के एक वरिष्ठ सदस्य इज्जत अल-रिशक ने बंधकों की मौत के लिए इजराइल और अमेरिका को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर इजराइल ने संघर्षविराम समझौता स्वीकार कर लिया होता तो वे जिंदा होते।
वहीं, नेतन्याहू ने हमास को खत्म करने तक युद्ध जारी रखने का आह्वान किया और कहा कि बंधकों की घर वापसी के लिए सैन्य दबाव आवश्यक है। बंधकों के परिवारों के एक फोरम ने रविवार को व्यापक प्रदर्शन का आह्वान करते हुए संघर्षविराम लागू करने और बंधकों की रिहाई के लिए देशव्यापी बंद की मांग की है। इस बीच, गोल्डबर्ग-पोलिन के माता-पिता से मिल चुके अमेरिका के राष्ट्रपति जो. बाइडन ने कहा कि वह “बेहद दुखी और गुस्से में हैं।”
उन्होंने कहा, “यह जितना दुखद है, उतना ही निंदनीय भी है। हमास नेताओं को इन अपराधों की कीमत चुकानी पड़ेगी। हम बाकी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए समझौता करने के वास्ते दिन-रात काम करते रहेंगे।” अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि उनकी संवेदनाएं गोल्डबर्ग-पोलिन के परिवार के साथ हैं। उन्होंने हमास की निंदा की। गोल्डबर्ग-पोलिन की मौत के साथ ही उसकी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए उसके माता-पिता द्वारा महीनों से चलाए जा रहे अभियान का भी अंत हो गया, जिसमें विश्व नेताओं से मुलाकात से लेकर पिछले महीने अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन के मंच से मदद की गुहार लगाना तक शामिल था।
हमास ने सात अक्टूबर को इजराइल पर किए हमले के दौरान करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया था। इन शवों के बरामद होने से पहले इजराइल ने कहा था कि उसका मानना है कि 108 बंधक अब भी गाजा में हैं जिनमें से करीब एक तिहाई की मौत हो गई है। इससे पहले, अगस्त में इजराइली सेना को दक्षिणी गाजा में छह और बंधकों के शव मिले थे। इजराइली अधिकारियों के अनुसार, रविवार को एक अन्य घटना में, फलस्तीनी उग्रवादियों ने तीन इजराइली पुलिस अधिकारियों की उस समय हत्या कर दी जब उन्होंने वेस्ट बैंक में उनके वाहन पर गोलीबारी की। इजराइल हाल में वेस्ट बैंक में बड़े पैमाने पर हमले कर रहा है।
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