विटामिन और मिनरल्स हमारे शरीर के लिए उतने ही जरूरी हैं जितना कि भोजन। ये सूक्ष्म पोषक तत्व शरीर को स्वस्थ रखने, ऊर्जा प्रदान करने और बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। इनकी कमी से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं।
विटामिन और मिनरल्स की कमी से होने वाली बीमारियां
विभिन्न विटामिन और मिनरल्स की कमी से अलग-अलग तरह की बीमारियां हो सकती हैं। कुछ सामान्य उदाहरणों में शामिल हैं:
- विटामिन डी की कमी: हड्डियों का कमजोर होना, रिकेट्स (बच्चों में) और ऑस्टियोपोरोसिस (बुजुर्गों में)।
- आयरन की कमी: एनीमिया, थकान, कमजोरी और सांस लेने में तकलीफ।
- आयोडीन की कमी: थायरॉइड समस्याएं, गॉइटर और विकास में देरी।
- कैल्शियम की कमी: हड्डियों का कमजोर होना, ऑस्टियोपोरोसिस।
- जिंक की कमी: घाव भरने में देरी, बालों का झड़ना, इम्यूनिटी कमजोर होना।
- विटामिन सी की कमी: स्कर्वी, घाव भरने में देरी, इम्यूनिटी कमजोर होना।
- विटामिन बी12 की कमी: एनीमिया, तंत्रिका संबंधी समस्याएं।
विटामिन और मिनरल्स कैसे प्राप्त करें?
विटामिन और मिनरल्स को संतुलित आहार के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। कुछ अच्छे स्रोत हैं:
- फल और सब्जियां: विभिन्न रंगों के फल और सब्जियां विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होते हैं।
- दूध और दूध उत्पाद: कैल्शियम और विटामिन डी के अच्छे स्रोत हैं।
- अनाज: आयरन और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स के अच्छे स्रोत हैं।
- मांस, मछली और अंडे: प्रोटीन, आयरन और विटामिन बी12 के अच्छे स्रोत हैं।
- सूखे मेवे और बीज: मैग्नीशियम और जिंक के अच्छे स्रोत हैं।
विटामिन और मिनरल्स की कमी के लक्षण
विटामिन और मिनरल्स की कमी के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
- थकान
- कमजोरी
- बालों का झड़ना
- त्वचा संबंधी समस्याएं
- घाव भरने में देरी
- मांसपेशियों में दर्द
- हड्डियों का कमजोर होना
कब डॉक्टर से संपर्क करें?
यदि आपको लगता है कि आपको किसी विटामिन या मिनरल की कमी है तो डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर आपके लक्षणों के आधार पर आवश्यक परीक्षण करवाएंगे और आपको उपयुक्त सलाह देंगे।
ध्यान दें: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और किसी भी तरह से चिकित्सा सलाह नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा किसी डॉक्टर से सलाह लें।
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