क्या नाटो से पंगा लेने तो तैयार है नेतन्याहू?

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने बुधवार को इजरायल से बड़े खतरे का दावा किया। उन्होंने कहा कि इजरायल अगर हमास को हराने में कामयाब हो गया, तो उसका अगला निशाना तुर्की पर होगा। राजधानी अंकारा में तुर्की की संसद को संबोधित करते हुए एर्दोगन ने कहा कि अगर इजरायल को नहीं रोका गया तो अंततः वह उन पर अपनी निगाहें जमा लेगा। 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास ने हमला किया था। इस हमले में इजरायल के लगभग 1200 लोगों की मौत हुई थी। जवाबी कार्रवाई में इजरायल ने गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया। एर्दोगन कई बार हमास के लिए समर्थन व्यक्त कर चुके हैं।

हमास को इजरायल, अमेरिका और यूरोपीय यूनियन समेत कई देश एक आतंकी संगठन मानते हैं। लेकिन एर्दोगन इसे बार-बार खारिज कर उसे स्वतंत्रता सेनानियों का संगठन कहते हैं। एर्दोगन ने कहा, ‘ऐसा मत सोचो कि इजरायल गाजा में रुक जाएगा। जब तक इसे रोका नहीं जाता, यह दुष्ट और आतंकी देश देर-सबेर अनातोलिया पर अपनी नजरें जमा लेगा।’ एर्दोगन ने आगे कहा, ‘हम हमास के साथ खड़े रहेंगे, जो अपनी जमीन की आजादी के लिए लड़ता है और अनातोलिया की रक्षा करता है।’

इजरायल-तुर्की के बीच बढ़ा तनाव
इजरायल की ओर से यह बयान तब आया है, जब तुर्की और इजरायल के संबंधों में गिरावट आई है। तुर्की ने मानवीय सहायता के निर्बाध प्रवाह और युद्धविराम की मांग को लेकर इजरायल के साथ व्यापार को बंद कर दिया है। तुर्की नाटो का सदस्य है, ऐसे में एर्दोगन के बयान के बावजूद इस बात की संभावना कम है कि इजरायल तुर्की पर हमला करेगा। एर्दोगन ने कहा, ‘इजरायल उन 35,000 फिलिस्तीनियों की हत्या और 85,000 लोगों को घायल करने का जवाब देगा। हम उनकी मदद करेंगे।’ उन्होंने सोमवार को कहा था कि हमास के 1000 से ज्यादा सदस्यों का तुर्की के अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

हमास के समर्थन में रहे हैं एर्दोगन
एर्दोगन ने आगे कहा, ‘किसी को हमसे यह उम्मीद नहीं रखनी चाहिए कि हम अपने शब्दों में नरमी लाएंगे। वे (इजरायल) उतने की खराब हैं, जितने वे बर्बर हैं। उन्होंने लोगों को सबसे घातक हथियारो, भूख और प्यास से मार डाला। उन्होंने लोगों को उनके घरों से बाहर निकाला।’ एर्दोगन ने इस्तांबुल में हमास नेता इस्माइल हानियेह से भी मुलाकात की है, जिसके बाद उन्होंने फिलिस्तीनियों को इजरायल के खिलाफ एकजुट होने के लिए प्रोत्साहित किया। युद्ध की शुरुआत के बाद से ही एर्दोगन इजरायल के खिलाफ मुखर रहे हैं। इजरायल की तुलना वह नाजियों और नेतन्याहू की हिटलर से कर चुके हैं।