क्या डायबिटीज के मरीजों के लिए गुड़ है सुरक्षित? जानिए सच

डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट पर विशेष ध्यान देना बहुत जरूरी होता है, ताकि उनका शुगर लेवल कंट्रोल में रहे। ऐसे में उन्हें मीठे के सेवन से बचने की सलाह दी जाती है। जबकि घरों में गुड़ का उपयोग आम बात है, जैसे खाने के बाद मीठा खाने की आदत, चाय, कॉफी, या अन्य पेय पदार्थों में गुड़ डालना। लेकिन क्या गुड़ वाकई एक स्वस्थ विकल्प है?

हालिया रिसर्च से पता चला है कि गुड़ में कुछ ऐसे मिनरल्स, कार्बोहाइड्रेट्स और विटामिन्स होते हैं, जो डाइबिटीज के मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि डायबिटीज के मरीजों के लिए गुड़ खाना सही है या नहीं।

गुड़ और डायबिटीज: क्या यह सुरक्षित है?
डायबिटीज के मरीजों के लिए गुड़ का सेवन ठीक नहीं है। यदि आप चीनी की जगह गुड़ का सेवन करने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह समझना जरूरी है कि गुड़ में मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स और शुगर ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकते हैं। इसके सेवन से फेफड़ों में इंफेक्शन, गला खराब, माइग्रेन, और अस्थमा जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं।

इसलिए, गुड़ को डायबिटीज के मरीजों के लिए एक सुरक्षित विकल्प नहीं माना जाता है। हालांकि, आप ऑर्गेनिक शहद का सेवन कर सकते हैं, जो एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

गुड़ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स
गुड़ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी हाई होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव हो सकता है। यह ग्लूकोज को तेजी से ब्लड में छोड़ता है, जिससे शुगर स्पाइक हो सकता है। ऐसे में मधुमेह रोगियों के लिए यह बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। गुड़ में लगभग सभी कार्ब्स शुगर होते हैं, इसलिए इसका सेवन शुगर लेवल को बढ़ा सकता है।

निष्कर्ष
डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट का खास ध्यान रखना चाहिए, और खासतौर पर मिठाइयों और मीठी चीजों से दूर रहना चाहिए। गुड़ का सेवन भी उनके लिए उचित नहीं है, और चीनी के बजाय गुड़ का सेवन करने से रक्त शर्करा में उतार-चढ़ाव हो सकता है। ऑर्गेनिक शहद या अन्य सुरक्षित विकल्पों को अपनी डाइट में शामिल करने से बेहतर होगा।

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