क्या जमे हुए शहद का सेवन करना सुरक्षित है? जानें विस्तार से

शहद को सुपरफूड माना जाता है, और यह प्राकृतिक तत्वों से भरपूर होता है। हालांकि शहद की शुद्धता की सही जांच साइंटिफिक तरीकों से ही की जा सकती है, फिर भी एक आसान घरेलू उपाय से आप इसे घर पर ही जांच सकते हैं। इसके लिए एक साफ गिलास में शहद की एक बूंद डालें। अगर शहद शुद्ध होगा, तो वह पानी में मिक्स नहीं होगा और गिलास के तल पर जमा हो जाएगा। लेकिन अगर शहद में मिलावट होगी, तो वह पानी में तुरंत घुल जाएगा।

कभी-कभी शहद लंबे समय तक इस्तेमाल न होने पर जमने लगता है, और लोग यह सोचते हैं कि क्या जमे हुए शहद का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। तो, क्या जमने वाला शहद खराब हो जाता है? आइए जानते हैं।

शहद में क्रिस्टल क्यों आते हैं? सर्दी के मौसम में शहद अक्सर जम जाता है और उसमें छोटे-छोटे क्रिस्टल जैसे दाने दिखने लगते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि शहद खराब हो गया है। शहद में नेचुरल शुगर जैसे ग्लूकोज और फ्रुक्टोज होते हैं, जो इसे क्रिस्टलीकरण की प्रक्रिया से गुजरने पर मजबूर करते हैं। भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के अनुसार, शहद का लिक्विड या क्रिस्टलीकरण नॉर्मल है और यह खराब नहीं होता है।

रोज शहद खाने से क्या होता है? आयुर्वेद में शहद को अमृत के समान माना गया है। इसमें विटामिन बी, सी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, पोटेशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे गुण होते हैं। रोजाना शहद खाने से न केवल वजन नियंत्रित रहता है, बल्कि मौसमी बीमारियों का खतरा भी कम होता है। शहद के सेवन से त्वचा पर भी ग्लो आता है। अगर आप रोज सुबह खाली पेट शहद खाते हैं, तो यह आपको दिनभर की ऊर्जा प्रदान करता है और शरीर की कमजोरी को दूर करता है। इसके अलावा, शहद इम्युनिटी को भी मजबूत करता है, जिससे आपकी सेहत बेहतर रहती है।

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