क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि पेशाब करते समय उसमें झाग या बुलबुले बनते हैं? अगर हां, तो इसे नजरअंदाज न करें। हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि शरीर के कुछ इशारे बेहद अहम होते हैं — पेशाब का रंग, गंध या झाग आना उनमें से एक है।
कई बार पेशाब में झाग आना सामान्य हो सकता है, लेकिन जब ये बार-बार हो, या अन्य लक्षणों के साथ दिखाई दे, तो यह किडनी या अन्य बीमारियों की चेतावनी भी हो सकता है।
🔍 पेशाब में झाग आने के संभावित कारण
तेज़ प्रेशर से पेशाब करना:
जब लंबे समय तक पेशाब रोका जाता है और अचानक बहुत प्रेशर से आता है, तो झाग बन सकते हैं।
डायबिटीज या हाई शुगर लेवल:
खून में ग्लूकोज का लेवल बढ़ने से यूरिन में प्रोटीन या अन्य कंपाउंड आ सकते हैं, जिससे झाग बनते हैं।
किडनी से जुड़ी समस्या:
अगर पेशाब के साथ झाग के साथ-साथ हाथ-पैर में सूजन, खुजली, थकान या सांस लेने में परेशानी हो, तो यह किडनी फेलियर का शुरुआती संकेत हो सकता है।
पानी की कमी (डिहाइड्रेशन):
गर्मी में पर्याप्त पानी न पीने से पेशाब गाढ़ा हो जाता है, जिससे उसमें झाग दिख सकते हैं।
केमिकल या साबुन का असर:
अगर आप टॉयलेट में डियोडराइज़र, साबुन या किसी केमिकल का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो वो भी झाग का कारण हो सकते हैं।
✅ क्या करें जब पेशाब में झाग दिखे?
पर्याप्त पानी पिएं:
रोजाना 8-10 गिलास पानी पीकर बॉडी को हाइड्रेट रखें।
टॉयलेट रोके नहीं:
पेशाब को देर तक रोकने से ब्लैडर पर दबाव पड़ता है, जो झाग का कारण बन सकता है।
रेगुलर यूरिन टेस्ट कराएं:
समय-समय पर पेशाब की जांच से किडनी और शुगर जैसी बीमारियों का पता जल्दी लगाया जा सकता है।
डॉक्टर से मिलें:
अगर झाग के साथ-साथ थकान, उल्टी, सूजन या सांस की तकलीफ हो रही है, तो तुरंत डॉक्टरी सलाह लें।
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