ब्राउन शुगर, जिसे गुड़ का शक्कर भी कहा जाता है, एक प्रकार की चीनी है जिसे गन्ने के रस को परिष्कृत किए बिना बनाया जाता है। इसे क्रिस्टलीकृत करने से पहले शीरा हटा दिया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप एक हल्का भूरा रंग और नम बनावट होती है।आज हम आपको बताएँगे ब्राउन शुगर मोटापा कम करने में मददगार है या नहीं।
ब्राउन शुगर का स्वाद सफेद चीनी की तुलना में थोड़ा अधिक करमेलाइज्ड होता है, और इसका उपयोग अक्सर बेकिंग, खाना पकाने और पेय पदार्थों में स्वाद और रंग जोड़ने के लिए किया जाता है।यह सच नहीं है कि या अस्थमा को नियंत्रित करने में मददगार है।वास्तव में, दोनों ही मामलों में इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
यहाँ विस्तार से जानकारी दी गई है:
1. मोटापा:
- ब्राउन शुगर और सफेद चीनी दोनों में लगभग समान मात्रा में कैलोरी होती हैं।
- एक चम्मच ब्राउन शुगर में 50 कैलोरी होती हैं, जो सफेद चीनी के बराबर ही है।
- अधिक मात्रा में कैलोरी का सेवन करने से वजन बढ़ सकता है।
- यदि आप वजन कम करना चाहते हैं, तो आपको अपनी कैलोरी इंटेक कम करने की आवश्यकता होगी।
- इसमें ब्राउन शुगर और अन्य मीठे पदार्थों का सेवन कम करना शामिल है।
2. अस्थमा:
- कुछ अध्ययनों से पता चला है कि अधिक चीनी का सेवन अस्थमा के लक्षणों को बदतर बना सकता है।
- चीनी से शरीर में सूजन बढ़ सकती है, जिससे वायुमार्ग में सूजन और जलन हो सकती है।
- यह अस्थमा के दौरे को ट्रिगर कर सकता है और सांस लेने में तकलीफ पैदा कर सकता है।
अगर आपको मोटापे या अस्थमा की समस्या है, तो अपनी डाइट में चीनी और ब्राउन शुगर का सेवन कम करना सबसे अच्छा है।इसके बजाय, ताजे फल, सब्जियां और साबुत अनाज जैसे स्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन करें।यह आपको स्वस्थ वजन बनाए रखने और अस्थमा के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करेगा।
यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये सामान्य दिशानिर्देश हैं और हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकते हैं।यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो किसी भी नए आहार या व्यायाम कार्यक्रम को शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना सबसे अच्छा है।
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