ईरान का न्यूक्लियर प्लान – खतरे की घंटी या कूटनीति का मौका

ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर आई एक नई खुफिया रिपोर्ट ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है। दावा किया गया है कि ईरान अब सिर्फ कुछ हफ्तों की दूरी पर है जब वह परमाणु बम तैयार करने में सक्षम हो जाएगा। यह खुलासा उस वक्त हुआ है, जब अमेरिका और ईरान 12 अप्रैल को ओमान में आमने-सामने बातचीत करने जा रहे हैं। ऐसे में यह रिपोर्ट राजनीतिक बम की तरह फूट सकती है।

🔬 ISIS की रिपोर्ट ने खोला राज
यह जानकारी अमेरिका की जानी-मानी रिसर्च संस्था इंस्टीट्यूट फॉर साइंस एंड इंटरनेशनल सिक्योरिटी (ISIS) की रिपोर्ट Geiger Counter में सामने आई है।
हालांकि, ईरान बार-बार कहता रहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांति के लिए है, लेकिन इस रिपोर्ट के मुताबिक,
👉 फरवरी 2024 से अब तक
👉 ईरान की परमाणु क्षमता में तेजी से बढ़ोतरी हुई है,
👉 और अब वह परमाणु हथियार बनाने के मुहाने पर खड़ा है।

📈 क्या कहती है रिपोर्ट?
सिर्फ कुछ हफ्तों में ईरान परमाणु बम बना सकता है

ईरान उन्नत सेंट्रीफ्यूज टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है

गुप्त यूरेनियम संवर्धन स्थलों की भी आशंका

IAEA से सहयोग में भारी गिरावट, जिससे निगरानी तंत्र कमजोर हुआ

ईरान की गतिविधियां अब ज्यादा गोपनीय और आक्रामक हो चुकी हैं

🚨 परमाणु खतरे की स्कोरिंग क्या कहती है?
ISIS की रिपोर्ट में ईरान को परमाणु खतरे के स्कोर में 180 में से 157 अंक मिले हैं, जबकि
फरवरी 2024 में यह स्कोर 151 था। यह 6 अंकों की तेज़ उछाल इस बात का संकेत है कि ईरान अब परमाणु हथियार बनाने के बेहद करीब पहुंच चुका है।

🤝 अब सबकी निगाहें ओमान वार्ता पर
अब सवाल है कि 12 अप्रैल को ओमान में होने वाली अमेरिका-ईरान बैठक इस संकट को कम करेगी या और बढ़ाएगी?
क्या इस रिपोर्ट के बाद भरोसे की कोई नई शुरुआत हो पाएगी,
या दुनिया एक और परमाणु संकट के मुहाने पर खड़ी है?

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