आंतों का स्वास्थ्य यानी गट हेल्थ हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य का आधार है। यह न सिर्फ पाचन को दुरुस्त रखता है, बल्कि शरीर को अनेक क्रोनिक बीमारियों से भी बचाता है। जब हमारी दिनचर्या और खानपान सही नहीं होता, तो सबसे पहले असर आंतों पर ही पड़ता है। सबसे आम समस्या होती है – आंतों में सूजन।
यह सूजन छोटी या बड़ी आंत की भीतरी परत में हो सकती है, जिससे पाचन तंत्र प्रभावित होता है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह इंफ्लेमेटरी बाउल डिज़ीज़ (IBD) या कोलाइटिस जैसी गंभीर बीमारियों का रूप ले सकती है।
🔍 आंतों में सूजन के 7 अहम संकेत
1. पेट दर्द और ऐंठन
खाने के बाद लगातार पेट में दर्द या खिंचाव महसूस होना।
2. गैस बनना और पेट फूलना
जरूरत से ज्यादा गैस बनना और पेट भारी महसूस होना।
3. डायरिया या कब्ज
मल त्याग में लगातार बदलाव – कभी दस्त, कभी कब्ज।
4. मल में खून या बलगम
अगर मल में खून या बलगम आ रहा है तो यह एक गंभीर संकेत हो सकता है।
5. मतली या उल्टी जैसा महसूस होना
खासकर अधिक खाने या लंबे समय तक भूखे रहने पर।
6. थकान और कमजोरी
गट सही से पोषण नहीं दे पाता, जिससे शरीर कमजोर होने लगता है।
7. वजन में गिरावट
भूख कम लगना और तेजी से वजन गिरना।
⚠️ कोलाइटिस क्या है?
डॉक्टरों के अनुसार, कोलाइटिस एक पाचन रोग है जिसमें बड़ी आंत (कोलन) की अंदरूनी परत में सूजन आ जाती है। इसके कारण पेट दर्द, ऐंठन, बुखार, थकावट और खून के साथ मल आ सकता है।
📈 क्यों बढ़ रही है यह समस्या?
लोग छोटी-मोटी पेट की समस्या में खुद दवा खा लेते हैं, जिससे सूजन और बढ़ जाती है।
असंतुलित लाइफस्टाइल, खराब खानपान और लगातार तनाव इसका कारण बनते हैं।
जागरूकता की कमी के चलते लोग समय पर जांच नहीं करवाते।
🔍 सूजन के प्रमुख कारण
अनहेल्दी और प्रोसेस्ड फूड का सेवन
ग्लूटेन या डेयरी इंटॉलरेंस
लंबे समय तक दवाओं का सेवन
ऑटोइम्यून बीमारियां
लगातार तनाव और नींद की कमी
गंदा या दूषित पानी पीना
✅ गट हेल्थ का बचाव कैसे करें?
हेल्दी डाइट अपनाएं – ताजे फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोबायोटिक फूड्स (जैसे दही) खाएं।
जंक फूड और प्रोसेस्ड खाने से परहेज करें।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
तनाव को करें दूर – मेडिटेशन, योग और नियमित व्यायाम अपनाएं।
नियमित हेल्थ चेकअप करवाएं, खासकर अगर पेट से जुड़ी समस्या अक्सर रहती हो।
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