भारत का सौर उपकरण आयात 2030 बढ़कर सालाना 30 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
शोध संस्थान ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) ने रविवार को एक रिपोर्ट में कहा कि 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने के देश के लक्ष्य को पूरा करने के लिए यह निर्यात बढ़ेगा। इस दौरान चीन पर निर्भरता भी बढ़ेगी।
जीटीआरआई ने कहा कि भारत में एक आत्मनिर्भर सौर विनिर्माण उद्योग विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण निवेश की आवश्यकता होगी। विशेष रूप से पॉलीसिलिकॉन और वेफर उत्पादन जैसे क्षेत्रों में निवेश करना होगा।
जीटीआरआई ने आगाह करते हुए कहा कि इसके बिना भारत को उच्च आयात लागत का सामना करना पड़ सकता है और अपने नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को पूरा करने के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है।
भारत ने 2023-24 में 15 गीगावाट सौर क्षमता स्थापित की, जिससे सितंबर तक कुल क्षमता बढ़कर 90.8 गीगावाट हो गई।
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