मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक के दौरान तबादला नीति 2024-25 को मंजूरी दे दी गई है। आपको बता दें की बैठक के दौरान कुल 41 प्रस्ताव रखे गए थे, साथ ही कुंभ मेले की तैयारियों के लिए भी 2500 करोड़ रुपये की राशि को आवंटित किए गए हैं। यह निर्णय राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था को सुधारने और सुचारु रूप से इस मेले को आयोजित करने के लिए ये फैसला लिया गया है। नई तबादला नीति की मदद से सरकारी कर्मचारियों के स्थानांतरण को अधिक पारदर्शी बनाने की कोशिश की गई है।बुंदेलखंड क्षेत्र की बात करें तो इस बैठक के दौरान बुंदेलखंड क्षेत्र की 50 में से 26 परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है। जिनकी कुल लागत 10858 करोड़ रुपये है।
नई तबादला नीति के अंतर्गत प्रदेश में समूह क ख ग घ के सभी कार्मिकों के ट्रांसफर 30 जून तक किए जाएंगे। जिलों में तीन साल और मंडल में सात साल से अधिक तैनाती वाले कार्मिक को हराया जाएंगा। पिक एंड चूज की व्यवस्था को खत्म करने का निर्णय लिया गया है।
प्राइवेट विश्वविद्यालय को प्रमोट करना और हर मंडल में एक सरकारी विश्वविद्यालय को मंजूरी दी जायेगी।विवि के नाम से राज्य हटा कर नाम छोटा कर दिया गया है। मुरादाबाद विवि का नाम गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय किया गया है।
बरेली में हरित गाजियाबाद और फ्यूचर विश्वविद्यालय खोले जाएंगे।
प्रयागराज में महाकुंभ में तैयारियों के मद्देनजर 2025 में 3200 हेक्टेयर की तुलना में 4000 हेक्टेयर क्षेत्र में विस्तार किया गया है। कुंभ के लिए 2500 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
नोएडा में 500 बेड के अस्पताल को मंजूरी दी गई है। इसका निर्माण को लेकर 15 एकड़ भूमि पर किया जाएगा।
आईआईटी कानपुर में मेडिकल रिसर्च के लिए स्कूल आफ मेडिकल रिसर्च एंड टेक्नालॉजी को।बनाने की मंजूरी दी गई है। राज्य सरकार हर साल इसके लिए 10 करोड़ रुपये देगी। शेष मदद को केंद्र से पूरा किया जायेगा।