आईएफसी, एडीबी और डीईजी ने अक्षय ऊर्जा समाधान मंच फोर्थ पार्टनर एनर्जी लिमिटेड (एफपीईएल) में 27.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर (करीब 2,280 करोड़ रुपये) के निवेश की मंगलवार को घोषणा की।
बयान के अनुसार, गठजोड़ का निवेश एफपीईएल की व्यावसायिक विस्तार योजनाओं को वित्तपोषित करने के लिए पूंजी प्रदान करेगा। इसमें 2026 तक 3.5 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा परिसंपत्तियों का खंड हासिल करने का लक्ष्य शामिल है।
विश्व बैंक का अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी) 12.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर के निवेश के साथ इस गठजोड़ का नेतृत्व कर रहा है। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) 10 करोड़ डॉलर और जर्मनी का डॉयचे इन्वेस्टीगेशन-यूएनडी एन्टविकलुंग्सगेसेलशाफ्ट (डीईजी) धन जुटाने के इस दौर को पूरा करने के लिए पांच करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश कर रहा है।
आईएफसी के दक्षिण एशिया के क्षेत्रीय निदेशक इमाद एन. फाखौरी ने कहा, ‘‘हमारा निवेश एफपीईएल को अपनी अक्षय ऊर्जा पेशकश का विस्तार करने और देशभर में वाणिज्यिक तथा औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए सस्ती, स्वच्छ ऊर्जा की आपूर्ति बढ़ाने में मदद करेगा…’’
एक अनुमान के अनुसार, भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में 2030 तक सालाना 25 अरब डॉलर का निवेश होने की उम्मीद है।
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