अगर सिरदर्द को नजरअंदाज करते हैं और बिना परामर्श के दवा खाते हैं तो हो जाए सावधान

सिरदर्द कई कारणों से हो सकता है और इसकी विभिन्न प्रकारें हो सकती हैं, जैसे कि माइग्रेन, टेंशन, साइनसिटिस, उच्च रक्तचाप, नकारात्मक प्रतिक्रिया, या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं। खराब लाइफस्टाइल की वजह से लोगों को सेहत संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इन समस्याओं में सबसे ज्यादा कॉमन परेशानी है सिर में दर्द होना। सिर में दर्द एक ऐसी समस्या है जिससे आए दिन लोग परेशान रहते हैं। कई बार तो ये सिरदर्द इतना बढ़ जाता है कि दो से तीन दिन तक बराबर रहता है। ऐसे में कुछ लोग डॉक्टर को बिना दिखाए दवा खा लेते हैं। अगर आप भी सिरदर्द को नजर अंदाज कर रहे हैं और बिना किसी परामर्श के दवा खा लेते हैं तो सावधान हो जाइए। ऐसा इसलिए क्योंकि सिरदर्द कई तरह का होता है। जो शरीर में होने वाली गंभीर बीमारी का भी इशारा करता है। जानें किस तरह के सिरदर्द को बिल्कुल नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।आइये जाने सिरदर्द के प्रकार और उनके कारण :

माइग्रेन: माइग्रेन एक अधिक पीड़ादायक सिरदर्द है जिसमें आमतौर पर एक ओर या दोनों सिर के प्रदेशों में अच्छानक तेज़ और तीव्र दर्द होता है।

सिरदर्द के कारण:

टेंशन से सिरदर्द: यह आमतौर पर दिनचर्या के तनाव और चिंता के कारण हो सकता है।

साइनसिटिस: साइनसिटिस से जुड़े सिरदर्द में नाक बंद होना, छींकना, और चेहरे की त्वचा में दर्द शामिल हो सकता है।

उच्च रक्तचाप: उच्च रक्तचाप वाले व्यक्तियों में सिरदर्द का सामान्यत: अच्छा कारण हो सकता है।

कमजोरी या थकान: अत्यधिक थकान, या शारीरिक कमजोरी के कारण भी सिरदर्द हो सकता है।

नकारात्मक प्रतिक्रिया (Rebound Headache): लंबे समय तक धूम्रपान, बहुतंतु का अधिक सेवन, या दवाओं के अधिक उपयोग के परिणामस्वरूप सिरदर्द हो सकता है।

सिरदर्द के प्रकार:

माथे के आसपास का दर्द

माइग्रेन का तो नाम आपने सुना ही होगा। बहुत लोग ऐसे होते हैं जिन्हें माइग्रेन के लक्षण शुरुआत में ही पता चल जाते हैं तो वहीं कुछ लोगों को लंबे समय बाद इसके लक्षण नजर आते हैं। माइग्रेन में सिर का दर्द कुछ लोगों को बहुत तेजी से होता है तो कुछ लोगों को लगातार होता है लेकिन हल्का होता है। इसलिए जब भी आपको इस तरह के लक्षण दिखे तो उसे इग्नोर ना करें।

आंखों के पीछे होने वाला दर्द
कई लोगों को आंखों के पीछे दर्द होने की परेशानी होती है। इस तरह के सिरदर्द को क्लस्टर सिरदर्द कहते हैं। इस तरह का दर्द कभी भी हो सकता है। हालांकि इस दर्द की चपेट में बहुत कम लोग ही आते हैं। इस तरह के सिरदर्द को नजरअंदाज ना करें। ये सिरदर्द ज्यादातर उन लोगों को होता है जो शराब का अधिक सेवन करते हैं।

सिर के निचले हिस्से में दर्द
कई लोगों को गर्दन और सिर के निचले हिस्से में दर्द की समस्या होती है। ये दर्द ज्यादातर तनाव,नींद की कमी और थकावट की वजह से होता है। अगर आपको इस तरह का सिरदर्द होता है तो उसे इग्नोर ना करें। ऐसा इसलिए क्योंकि इस तरह के दर्द का सीधा कनेक्शन ब्रेन ट्यूमर, गर्दन की चोट या फिर दिमाग के किसी हिस्से में लगी चोट से हो सकता है।

सिर दर्द के साथ सांस लेने में दिक्कत
कई बार लोगों को सिरदर्द के साथ सांस लेन में भी दिक्कत होती है। इस तरह के दर्द को उच्च रक्तचाप के साथ जोड़कर देखा गया है। दरअसल, उच्च रक्तचाप के दौरान सिर के दोनों ओर दर्द होता है। इसके साथ ही सांस लेने में तकलीफ होती है। इस तरह का दर्द होने पर इसे नजरअंदाज ना करें।

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