क्या आपकी उम्र 30 साल से कम है, क्या आपके घुटनों में भी दर्द रहता है, अगर हां तो सावधान हो जाइए. क्योंकि यह शरीर में किसी गंभीर बीमारी के होने का इशारा हो सकता है. विटामिंस की कमी की वजह से भी यह समस्या हो सकती है. अगर समय पर इस समस्या को नहीं समझा जाए तो यह कुछ ही साल में हालत बिगाड़ सकती है.
डॉक्टर के मुताबिक, आजकल हेल्थ को लेकर ज्यादातर लापरवाह हैं. इस कारण खानपान सही से नहीं हो पाता और शरीर में कई विटामिन की कमी होने लगती है. विटामिन सी और विटामिन डी कमी के कारण घुटनों में दर्द की समस्या हो सकती है. अगर इसका इलाज न हो तो यह बड़ी समस्या बन सकती है. 30 साल की उम्र तक के लोगों में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है. ऐसा दिनभर बैठे रहने के कारण भी हो सकता है.
आर्थराइटिस के हो सकते हैं लक्षण
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आजकल कम उम्र में आर्थराइटिस की समस्या हो सकती है. पहले 60 साल की उम्र के बाद ही यह समस्या होती थी. कुछ मामलों में तो बच्चे भी इसका शिकार बन रहे हैं. आर्थराइटिस होने पर घुटनों में दर्द होता है. अगर शरीर में विटामिन कम नहीं है और बावजूद इसके घुटने दर्द कर रहे हैं तो आर्थराइटिस की जांच करवानी चाहिए. समय पर इस बीमारी की पहचान कर इसका आसानी से इलाज हो जाता है. जितनी देती से इसका पता चलता है, बीमारी गंभीर हो सकती है. ऐसे में चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाता है.
कैल्शियम की कमी से घुटनों में दर्द
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कैल्शियम की कमी की वजह से भी घुटनों में दर्द हो सकता है. जब खानपान ठीक नहीं होता है, तब कैल्शियम की कमी हो जाती है. इसलिए जब भी घुटनों में दर्द हो तो कैल्शियम ब्लड टेस्ट कराना चाहिए. कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए डाइट पर भी ध्यान देना चाहिए. खाने में दूध, ब्रोकली, फिश और ड्राई फ्रूट्स को शामिल करना चाहिए. डॉक्टर की सलाह पर दवाईयों से भी कैल्शियम की कमी पूरी हो सकती है.
घुटनों के दर्द का इलाज
अगर शरीर में विटामिन बी और सी की कमी है तो खानपान का ध्यान रखें. डॉक्टर की सलाह लेकर दवाईयों का सेवन करें. कई बार दवाओं और इंजेक्शन से विटामिन की कमी पूरी हो जाती है. अगर शरीर में विटामिन का लेवल सही है तो यह दर्द आर्थराइटिस भी हो सकता है. ऐसे में लापरवाही में जरा सी भी लापरवाही न बरतें और इलाज कराएं.