सुखी खांसी से है परेशान तो नीलगिरी तेल के साथ इनके इस्तेमाल से मिलेंगे लाभ

सूखी खांसी की वजह से आपके गले में और छाती में दर्द होने लगता है। इससे छुटकारा पाने के लिए हम सभी को सिरप का इस्तेमाल करते है। ये खांसी हमारे शरीर को कमजोर बना देती है. गर्मियों के मौसम में सर्दी-खांसी या जुकाम होना खैर आम बात है, खांसी आने की वजह तो कई हो सकती है। वैसे ये अस्थायी होती है और गले में सांस लेने का रास्ता इससे साफ हो जाता है. कभी कबी ये खांसी स्थायी हो जाती है, इसमें हमें इलाज की जरूरत होती है. धूल, मिट्टी, प्रदूषण आदि की वजह से भी खांसी आना शुरू हो जाती है। खांसी के साथ गले में दर्द और जलन भी महसूस होने लगती है। इसे छुटकारा पाने के लिए आइए जानते है कुछ घरेलू टिप्स,

भांप

सर्दी जुकाम होने पर सूखी खांसी की दिक्कत हो जाति है. अगर आप कमरे में ह्यूमिडिफायर लगा लें या कमरे में रखकर गर्म पानी की भांप ले तो इससे आपको सूखी खांसी में आराम मिलता है। नमी मिलती है और तकलीफ कम होती है. इसके लिए स्टीमर में पिपरमिंट एसेंशियल ऑयल भी मिलाकर भाप ले सकते है।

चिकन सूप

सूखी खांसी में चिकन सूप आराम पहुंचाता है. सूप में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते है जो गले को राहत देने में मदद करते हैं. सूखी खांसी के कारण बुखार महसूस हो अगर तो आप lसूप की गर्माहट और इसके मसाले इस समस्या को को दूर करने में मदद करते हैं.

पिपरमेंट

पिपरमेंट गले की जलन और दर्द से राहत प्रदान करने में मदद करता है. पिपरमेंट की चाय पीने से गले में खांसी की समस्या में आराम मिलता है. पिपरमेंट तेल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.

नीलगिरी का तेल

नीलगिरी के तेल से सांस नली की सफाई होती है. जैतून के तेल में नीलगिरी की बूंदें मिलकर छाती पर मालिश करने से लाभ मिलता है। गर्म पानी की कटोरी में नीलगिरी के तेल की बूंदें मिलकर भाप भी ली जा सकती है.

पानी नमक के गरारे

नमक के पानी से गरारे गले के इंफेक्शन को दूर करने में मदद करते है. नमक के पानी से गरारे करने पर बलगम भी कम होता है. गर्म पानी में नमक मिलाने के बाद इससे दिन में कई बार गरारे करने चाहिए. गले में होने वाले टोंसिल में भी इससे फायदा होता है.

यह भी पढ़े:पूजा में इस्तेमाल करने के साथ साथ अन्य चीजों में भी इस्तेमाल किया जाता है कपूर, जानिए इसके फायदें