वर्तमान समय में बहुत से लोग ब्लड शुगर की समस्या से परेशान है। ऐसे में इसे कंट्रोल में रखने की बहुत जरूरत होती है। नहीं तो कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं। असल में, ब्लड शुगर मेटाबेलिज्म से जुड़ी एक बीमारी है। यह शुगर के बढ़ने या कम होने में मुख्य भूमिका निभाता है। ऐसा होने के पीछे का कारण शरीर में इंसुलिन हार्मोन्स का सही तरीके से इस्तेमाल न होना होना पेनक्रियाज का सही तरीके से काम न होना होता है। अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाएं तो यह किडनी खराब होने, आंखों से जुड़ी समस्या, नर्वस सिस्टम से जुड़ी परेशानियों के होने का खतरा बढ़ता है। ऐसे में आज हम आपको 3 योगासन बताते हैं, जिसे करने से आपको शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। साथ ही शरीर से जुड़ी अन्य समस्याओं से भी राहत मिलेगी।
लैग्स अप-द-वॉल पोज
यह लेट के यानि विश्राम की मुद्रा में किए जाने वाला आसन है। इसे करने से तनाव कम होने के साथ शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। शरीर के सभी अंग बेहतर ढंग से काम करने के साथ ब्लड सर्कुलेशन तेज होने में मदद मिलती है। ऐसे में ब्लड प्रेशर और शुगर कंट्रोल में रहती है। आराम की मुद्रा में इस आसन को करने से बॉडी रिलैक्स होती है। ऐसे में तनाव कम हो व्यक्ति को अंदर से खुशी मिलती है।
इस आसन को करने का तरीका
. सबसे पहले खुली जगह पर मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं।
. अब टांगों को दीवार की ओर उठाते हुए सीधे खड़े करें।
. अपने शरीर से दीवार की तरफ 90 डिग्री का कोण बनाए।
. अपने कुल्हों को भी ऊपर की तरफ उठाएं।
. गर्दन, ठोड़ी और गले को आराम देते हुए अपनी बाजूओं को दोनों तरफ फैलाएं।
. इसी मुद्रा में अपने मुताबिक या कम से कम 15 मिनट तक रहें।
. उसके बाद पैरों को धीरे-धीरे नीेचे लाते हुए आराम की मुद्रा में वापिस आ जाएं।
बाउंड एंगल पोज
इस आसन को पुनर्स्थापन आत्मिकन मुद्रा में किया जाता है। यह शरीर के तंत्रिका तंत्र को शांत करने में फायदेमंद होता है। रोजाना इस योगा को करने से तनाव कम होने में मदद मिलती है। ऐसे में शरीर में ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का लेवल कंट्रोल होता है। यह पेट के अंगों, मूत्राशय और किडनी के काम को उत्तेजित करने में मदद करता है। इसके अलावा यह कमर की मांसपेशियों और पैल्विक मांसपेशियों में मजबूती दिलाने का काम करता है।
इस आसन को करने का तरीका
. सबसे पहले खुली जगह पर मैट बिछाकर सीधे लेट जाए।
. अब धीरे-धीरे नीचे की ओर झुके और अपनी पीठ को फर्श से लगाएं।
. अपने हाथों से पैरों को छुए।
. पैरों और कुल्हों में खिंचाव लाते हुए जांघों को दबाएं।
. इसी मुद्रा में कम से कम 10 मिनट तक रहें।
. उसके बाद आराम की मुद्रा में लौट आए।
स्पाइनल ट्विस्ट
इस पोज को करने से पेट के सभी अंग तेजी से उत्तेजित होते है। ऐसे में डायबिटीज नियंत्रण में रहने में मदद मिलती है। इस मुद्रा में रीढ़ की हड्डी, पीठ, कमर और कुल्हों में होने वाले दर्द से आराम मिलता है। इसके साथ ही स्ट्रेस लेवल कम हो फ्रेश व रिलैक्स फील होता है।
इस आसन को करने का तरीका
. सबसे पहले किसी खुली जगह पर मैट बिछाकर सीधे लेट जाएं।
. अब हाथों को सीधे कर दोनों तरफ फैलाएं।
. अब अपने दाईं घुटने को ऊपर की तरफ करते हुए बाईं ओर मोड़ें।
. इसके बाद दायें पैर को बायें घुटने पर रखें।
. अब गहरी सांस छोड़ते हुए अपने दायें कूल्हे को उठाते हुए पीछ को बाईं तरफ मोड़ें।
. अपने दायें घुटने को नीचे की ओर करें।
. ध्यान रखें कि इस दौरान आपके दोनों हाथ जमीन पर टिके हो।
. अपने सिर को दाईं तरफ धीरे- धीरे घुमाएं।
. इस आसन को करीब 30- 60 सेकेंड तक करें।
. उसके बाद सांस छोड़ते हुए आराम की मुद्रा में आ जाएं।