कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर में मौजूद एक प्रकार का फैट (लिपिड) है, जो कोशिकाओं को सही तरीके से काम करने में मदद करता है। हालांकि, जब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है, तो यह हृदय संबंधी समस्याओं और अन्य बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल के स्तर को समझना और उसे नियंत्रित रखना बहुत जरूरी है।
बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के संकेत
अगर आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ रहा है, तो आपके शरीर में कुछ संकेत दिख सकते हैं। इन पर ध्यान देना जरूरी है:
- पैरों और हाथों में झुनझुनी:
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से रक्त प्रवाह धीमा हो सकता है, जिससे हाथों और पैरों में झुनझुनी या सुन्नपन महसूस हो सकता है। - सीने में दर्द (एंजाइना):
यह संकेत हो सकता है कि आपकी धमनियां ब्लॉक हो रही हैं। यह दिल के दौरे की ओर इशारा करता है। - आंखों के पास पीले धब्बे:
आंखों के पास या पलक पर पीले रंग के धब्बे कोलेस्ट्रॉल जमा होने का संकेत हो सकते हैं। - थकान और कमजोरी:
अगर आपको अक्सर थकान महसूस होती है, तो यह खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) के बढ़ने का लक्षण हो सकता है। - सांस लेने में दिक्कत:
ब्लॉकेज के कारण रक्त प्रवाह बाधित हो सकता है, जिससे सांस फूलने की समस्या हो सकती है। - मांसपेशियों में ऐंठन या दर्द:
कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से पैरों की नसें ब्लॉक हो सकती हैं, जिससे दर्द या ऐंठन हो सकती है।
नॉर्मल कोलेस्ट्रॉल लेवल क्या होना चाहिए?
कोलेस्ट्रॉल का लेवल मापने के लिए इसे तीन भागों में बांटा जाता है:
- टोटल कोलेस्ट्रॉल: 200 mg/dL से कम होना चाहिए।
- LDL (खराब कोलेस्ट्रॉल): 100 mg/dL से कम।
- HDL (अच्छा कोलेस्ट्रॉल): 60 mg/dL या उससे ज्यादा।
- ट्राइग्लिसराइड्स: 150 mg/dL से कम।
अगर आपके कोलेस्ट्रॉल का स्तर इससे ज्यादा है, तो यह खतरे का संकेत हो सकता है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण
- अनियमित खानपान: जंक फूड और फैटी फूड का अधिक सेवन।
- शारीरिक गतिविधि की कमी।
- धूम्रपान और अल्कोहल का सेवन।
- मोटापा और हाई ब्लड प्रेशर।
- पारिवारिक इतिहास।
कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कैसे करें?
- संतुलित आहार:
- ज्यादा फाइबर वाले खाद्य पदार्थ खाएं जैसे दलिया, फल, और सब्जियां।
- ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट से बचें।
- मछली, नट्स और ओमेगा-3 युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें।
- शारीरिक व्यायाम:
रोजाना 30 मिनट का वर्कआउट करें। चलना, दौड़ना, या योग करना फायदेमंद हो सकता है। - धूम्रपान और अल्कोहल छोड़ें:
यह केवल कोलेस्ट्रॉल नहीं, बल्कि आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। - दवाइयों का सेवन:
अगर कोलेस्ट्रॉल का स्तर ज्यादा बढ़ा हुआ है, तो डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवाइयां लें। - नियमित जांच:
समय-समय पर कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाना बहुत जरूरी है।
कोलेस्ट्रॉल का बढ़ा हुआ स्तर गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। अगर आपको इनमें से कोई भी संकेत नजर आते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सही खानपान और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप इसे नियंत्रित कर सकते हैं।