अक्सर हमारे शरीर के अन्य भागों में जैसे पंजों के अंगूठे, एड़ियों और घुटने में दर्द होता है और ये दर्द हम अक्सर नजरंदाज करते है क्योंकि ये आम दर्द होते है ज्यादातर हम ये सोचते है की ज्यादा चलने या फिजिकल एक्टिव होने की वजह से ये दर्द बना हुआ है लेकिन ऐसा नही होता है इसके पीछे का कारण है यूरिक एसिड, जब हमारे शरीर में यूरिक एसिड बड़ जाता है तो इससे शरीर में दर्द बना रहता है। इसके बढ़ने की वजह से गठिया का भी रोग हो सकता है।
यूरिक एसिड एक प्रकार का वेस्ट मटेरियल है जिसमें प्यूरीन होता है। प्यूरीन के टूटने पर यूरिक एसिड बनता है। किडनी की मदद से ही शरीर में यूरिक एसिड को फिल्टर होता है और मूत्र के साथ ही शरीर से बाहर निकाल जाता है। यदि हम अपना आहार ज्यादा प्यूरीन वाला लेते है शरीर में यूरिक एसिड से काफी तेजी से बढ़ता है। मात्रा बढ़ने के कारण ब्लड में यूरिक एसिड का बनने लगता है। यूरिक एसिड बहुत ज्यादा बढ़ने की वजह से मांसपेशियों में सूजन आ जाती है जिसके कारण दर्द होने लगता है। यूरिक एसिड की मात्रा शरीर में बढ़ने के कारण,
- मोटापा होने की वजह से।
- डायबिटीज के रोगियों में।
- प्यूरीन की मात्रा वाले खाद्य पदार्थ के सेवन से।
- किडनी का सही ढंग से काम ना कर पाने की वजह से।
- शराब का जरूरत से ज्यादा सेवन करने की वजह से।
- थायराइड की शिकायत होने पर।
- हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों में होने पर।
- शरीर में आयरन की मात्रा अधिक होने के कारण।
- खून में ग्लूकोज की मात्रा अधिक होने पर।
- हेल्थी खाने की आदत डालें हम सभी को खाए में अच्छे तेल का सेवन करना चाहिए
वैसे तो रिफाइंड डालडा का इस्तेमाल करना बंद कर देना चाहिए, जैतून के तेल शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
प्याज के सेवन से भी हम यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते हैं। प्याज मे पाए जाने वाले गुण जो हमारे मेटाबॉलिज्म को सुधार करते है।
सेब का सिरका अगर इसका सेवन करे तो यूरिक एसिड लेवल को नियंत्रित करने में मददगार होता है, इसमें कई गुण पाए जाते है जैसे एंटीऑक्सीडेंट और गुण होते हैं, यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के साथ खून में पीएच लेवल को बढ़ाने में मदद करता है।
डाइट में नींबू पानी भी शामिल करने से यूरिक एसिड की समस्या से छुटकारा मिलता है। नींबू पानी के सेवन से आपको कई फायदे मिल सकते हैं। नींबू में बात करो तो ये हमारे शरीर की इम्यूनिटी को बूस्ट करने की क्षमता होती है, इसमें साइट्रिक एसिड पाया जाता है, यूरिक एसिड को कम करने में मददगार ह।