ब्रेन स्ट्रोक एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो अचानक मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को रोक देती है। यह कई कारणों से हो सकता है, जिनमें से कुछ हमारी अपनी आदतों के कारण भी होते हैं। आइए जानते हैं उन 5 बुरी आदतों के बारे में जो ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकती हैं:
1. धूम्रपान
धूम्रपान न केवल फेफड़ों के लिए हानिकारक है बल्कि यह दिल और रक्त वाहिकाओं को भी नुकसान पहुंचाता है। धूम्रपान रक्तचाप को बढ़ाता है, कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाता है और रक्त के थक्के बनने का खतरा बढ़ाता है, जो सभी ब्रेन स्ट्रोक के प्रमुख जोखिम कारक हैं।
2. शराब का अधिक सेवन
अधिक मात्रा में शराब पीने से हाई ब्लड प्रेशर, अनियमित दिल की धड़कन और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। शराब लीवर को भी नुकसान पहुंचाती है, जिससे रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है।
3. अस्वस्थ भोजन
अधिक नमक, चीनी और संतृप्त वसा युक्त भोजन खाने से मोटापा, उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल का खतरा बढ़ जाता है, जो सभी स्ट्रोक के जोखिम कारक हैं। फल, सब्जियां, साबुत अनाज और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों से भरपूर आहार का सेवन करें।
4. शारीरिक गतिविधि की कमी
नियमित व्यायाम न करने से मोटापा, उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल का खतरा बढ़ जाता है। व्यायाम दिल को स्वस्थ रखने, रक्तचाप को कम करने और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
5. तनाव
अधिक तनाव हृदय गति और रक्तचाप को बढ़ा सकता है, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। तनाव को कम करने के लिए योग, ध्यान और अन्य विश्राम तकनीकों का अभ्यास करें।
ब्रेन स्ट्रोक से बचाव के लिए क्या करें?
- स्वस्थ जीवनशैली: स्वस्थ आहार लें, नियमित व्यायाम करें, तनाव को कम करें और पर्याप्त नींद लें।
- धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान छोड़ना सबसे अच्छी बात है जो आप अपने स्वास्थ्य के लिए कर सकते हैं।
- शराब का सेवन कम करें: शराब का सेवन कम से कम करें या पूरी तरह से छोड़ दें।
- रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखें: नियमित रूप से अपने डॉक्टर से मिलें और अपनी दवाएं समय पर लें।
- डायबिटीज को नियंत्रित रखें: अगर आपको डायबिटीज है तो इसे नियंत्रित रखें।
ध्यान दें: यदि आपको चक्कर आना, कमजोरी, दृष्टि में बदलाव या शरीर के एक तरफ सुन्नपन या झुनझुनी महसूस होती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ये ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण हो सकते हैं।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और किसी भी चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लेनी चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा किसी डॉक्टर से सलाह लें।
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