त्योहारों के मौसम में मिठाइयाँ तो बनती ही हैं और इन मिठाइयों में मावा एक प्रमुख घटक होता है। लेकिन बाजार में मिलावटी मावा भी खूब मिलता है, जिससे सेहत को नुकसान हो सकता है। इसलिए, मावा खरीदते समय सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। आज हम आपको बताएँगे कैसे आप असली और नकली मावा में अंतर कर सकते हैं:
असली मावा की पहचान
- रंग: असली मावा का रंग क्रीमी या हल्का पीला होता है। इसमें कोई कृत्रिम रंग नहीं होता।
- गंध: असली मावा में दूध की प्राकृतिक महक आती है। इसमें कोई अजीब सी गंध नहीं होती।
- स्पर्श: असली मावा मुलायम और थोड़ा चिपचिपा होता है। इसे अंगूठे के नाखून पर रगड़ने से घी की महक आएगी।
- स्वाद: असली मावा का स्वाद दूध जैसा होता है। इसमें कोई कड़वाहट या मिलावट का स्वाद नहीं होता।
- गर्म करने पर: असली मावा को थोड़ी सी चीनी के साथ गर्म करने पर यह पिघल जाता है और इसमें घी अलग होने लगता है।
- गोली बनाने पर: असली मावा की गोली बनाने पर वह फटती नहीं है।
- मुंह में: असली मावा मुंह में नहीं चिपकता।
नकली मावा की पहचान
- रंग: नकली मावा का रंग बहुत चमकदार या कृत्रिम हो सकता है।
- गंध: नकली मावा में अजीब सी गंध आ सकती है।
- स्पर्श: नकली मावा बहुत चिकना या बहुत कठोर हो सकता है। इसे अंगूठे के नाखून पर रगड़ने से घी की महक नहीं आएगी।
- स्वाद: नकली मावा का स्वाद कृत्रिम या कड़वा हो सकता है।
- गर्म करने पर: नकली मावा को गर्म करने पर यह पिघलता नहीं है या इसमें घी अलग नहीं होता है।
- गोली बनाने पर: नकली मावा की गोली बनाने पर वह फट सकती है।
- मुंह में: नकली मावा मुंह में चिपक सकता है।
कुछ अन्य बातें
- ब्रांड: हमेशा किसी जाने-माने ब्रांड का मावा खरीदें।
- पैकेजिंग: मावा को हमेशा एयरटाइट पैकेजिंग में खरीदें।
- खरीदते समय: मावा खरीदते समय उसकी गुणवत्ता को ध्यान से देखें।
- स्टोरेज: मावा को ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर करें।
नोट: अगर आपको मावा की गुणवत्ता के बारे में कोई संदेह है, तो उसे न खरीदें।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और किसी भी तरह से चिकित्सा सलाह नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा किसी डॉक्टर से सलाह लें।
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