दक्षिण भारतीय फिल्मों के जानेमाने निर्देशक नाग अश्विन का कहना है कि जब वह कल्कि 2898 एडी बना रहे थे तो उन्हें लग रहा था कि यह उनकी अंतिम फिल्म होगी। नाग अश्विन द्वारा निर्देशित, कल्कि 2898 एडी में अमिताभ बच्चन, कमल हसन, प्रभास, दीपिका पादुकोण और दिशा पाटनी सहित कई शानदार कलाकार हैं। ‘कल्कि 2898 एडी’ वर्ल्डवाइड 1000 करोड़ रूपये से ज्यादा की कमाई कर चुकी है। ‘कल्कि 2898 एडी’ के निर्देशक नाग अश्विन ने बताया है कि उन्हें लग रहा था ये उनकी आखिरी फिल्म होने वाली है। ‘कल्कि 2898 एडी’ के मेकर्स वैजयंती मूवीज ने सोशल मीडिया पर एक नया वीडियो शेयर किया,जिसमें अमिताभ बच्चन, नाग अश्विन से खास बातचीत करते नजर आ रहे हैं।
नागअश्विन ने बताया, मुझे लगा था कि कल्कि 2898 मेरी आखिरी फिल्म होगी जो मैं बना पाऊंगा। मेरे पास एक छोटी कहानी थी, जो इसके जितनी एम्बिशियस नहीं थी, लेकिन फिल्म ‘महानती’ के बाद मुझे अचानक से इंटरनेट पर इस तरह के आर्टिकल या वीडियो खूब दिखने लगे जिनमें चिरंजीवियों के बारे में लिखा गया था। मुझे कुछ ऐसे आर्टिकल भी दिखे कि बॉलीवुड में कुछ प्रोडक्शन हाउस महाभारत पर बेस्ड इस तरह की कहानियों पर काम कर रहे हैं। मुझे लगा शायद अब इस कहानी को बक्से से बाहर निकालने का वक्त आ गया है। अश्वत्थामा के श्राप वाली पूरी चीज कुरुक्षेत्र में पांडवों की जीत के लगभग 18 दिन बाद हुई थी। यह महाभारत में हुई लगभग सबसे अंतिम चीज थी, और ये मुझे लगा कि ये कहानी यहीं खत्म नहीं होती। महाभारत में अश्वत्थामा को श्राप मिलता है और वो जंगलों में चले जाते हैं। एक व्यक्ति जो उस काल के सबसे बड़े योद्धाओं में से एक है और इस पूरे कलियुग में इतनी घटनाओं के बावजूद वो मौजूद तो है, लेकिन किसी चीज में दखल नहीं दे रहा, यानी उसके पास कोई बहुत बड़ा मकसद है, जिसके लिए उसने खुद को बचा रखा है, तो मुझे लगा ये मेरा एक दुस्साहस है कि मैं ऐसी कहानी कहना चाह रहा हूं जिसे महाभारत में अधूरा छोड़ा गया है। मुझे लगा कि किसी ने अभी तक इस कहानी को छुआ नहीं है तो मुझे ट्राई तो करना ही चाहिए। सबसे महानतम योद्धाओं में से एक का पुत्र, जो भगवान शिव के एक रूप जैसा है… और ये न जान पाना कि उसकी कहानी में आगे क्या हुआ, ऐसा हो ही नहीं सकता!
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